अफगानिस्तान पर तालिबान पूरी तरह से कब्जा कर चुका है। इसके साथ ही अपने तरीके से अफगानिस्तान को चलाना भी शुरू कर दिया है। इस बीच आज तालिबान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कई बड़ी बातें कहीं हैं। अफगानिस्तान में सत्ता पर काबिज होने के बाद तालिबान ने सबसे बड़ा एलान करते हुए कहा है कि, हम मुसलमान हैं और अपनी विचार धारा बिल्कुल भी नहीं बदलने वाले हैं।
इसके साथ ही तालिबान ने साफ कर दिया है कि उनकी सोच अब भी वही है जैसी 1990 के दशक में थी। तालिबान के इस रुख से साफ है कि अफगानिस्तान में एक बार फिर उसी तरह का खून-खराबा और क्रूरता दिखने वाली है जैसा दुनिया 1996 से 2001 के बीच देख चुकी है।
अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद पहली बार प्रेस कांफ्रेंस करते हुए तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिदी ने कहा कि काबुल में दूतावासों की सुरक्षा हमारे लिए महत्वपूर्ण है। हम किसी भी देश के दूतावास को नुकसान नहीं पहुचाएंगे। इसके साथ ही तालिबान ने कहा कि, तालिबान महिलाओं को इस्लाम के आधार पर उनके अधिकार देगा। उन्होंने कहा कि दुनिया भर की सरकारें हमें मान्यता दें। मुजाहिद ने यह बात टोलो न्यूज के हवाले से कही।
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिदी ने कहा कि विचारधारा और विश्वास समान हैं क्योंकि वे मुसलमान हैं, लेकिन अनुभव के संदर्भ में एक बदलाव है – वे अब अधिक अनुभवी हैं और उनके पास है एक अलग दृष्टिकोण है।अब वह अफगानिस्तान को इसी आधार पर चालएंगे। अफगानिस्तान ने अपनी पहली की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई बड़े एलान करते हुए अपनी विचार धारा दुनिया के सामने रख दी है।