रूस-यूक्रेन जंग में परमाणु खतरे व तीसरे विश्व युद्ध की आशंका के बीच दुनिया के सामने नया खतरा आया है। उत्तर कोरिया ने गुरुवार को प्रतिबंधित अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल (ICBM) दाग दी। 2017 के बाद पहली बार उसने यह कदम उठाया है।

दक्षिण कोरिया ने गुरुवार को पड़ोसी देश द्वारा आईसीबीएम मिसाइल दागे जाने का दावा किया। जापान के अधिकारियों का अनुमान है कि यह करीब 1100 किलोमीटर चली। एक घंटे से ज्यादा समय बाद यह मिसाइल जापान के समुद्र में गिरी। आईसीएम मिसाइल निश्चित पथ पर हजारों किलोमीटर तक का सफर कर सकती है। इस तरह अमेरिका भी उत्तर कोरिया की मिसाइल की जद में आ सकता है।

पता नहीं क्यों उत्तर कोरिया ने हाल के दिनों में अपनी मिसाइलों का परीक्षण अचानक तेज कर दिया है। अमेरिका व दक्षिण कोरिया का कहना है कि उत्तर कोरिया के हाल के कुछ परीक्षण आईसीबीएम प्रणाली के परीक्षण थे, जबकि इनके बारे में उत्तर कोरिया ने दावा किया था कि ये उपग्रह से किए गए थे। जापानी अधिकारियों के अनुसार गुरुवार को दागी गई मिसाइल 6,000 किमी से अधिक की ऊंचाई पर पहुंच गई। उत्तर कोरिया की इस हरकत से सबसे लंबी दूरी की अंतर महाद्वीपीय मिसाइलों के परीक्षण का नया दौर शुरू हो सकता है। इस पर 2017 में पाबंदी लगाई गई थी, लेकिन उत्तर कोरिया बार-बार मिसाइल परीक्षण कर ऐसी पाबंदियों को धता बताता रहा है।

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संयुक्त राष्ट्र ने लगा रखा है प्रतिबंध
संयुक्त राष्ट्र ने उत्तर कोरिया पर बैलिस्टिक और परमाणु हथियारों के परीक्षण पर रोक लगा रखी है। इसके उल्लंघन के बाद यूएन ने और भी सख्त प्रतिबंध लगाए हैं।

किम जोंग उन ने ट्रंप से किया समझौता पर बाद में पलट गए
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ बातचीत के बाद लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों और परमाणु परीक्षणों के परीक्षण पर रोक लगा दी थी, लेकिन 2020 में किम पलट गए थे। उन्होंने एलान कर दिया था कि वह इससे बंधे नहीं हैं।

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