Pakistan Crisis: पाकिस्तान में आई बाढ़ की वजह से अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका लगा है। वित्त मंत्री के मुताबिक 10 अरब डॉलर तक का नुकसान हुआ है।

पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान इन दिनों मुश्किल वक्त से गुजर रहा है। देश में आर्थिक संकट तो पहले से था ही अब बाढ़ ने तबाही मचा रखी है। इतना ही नहीं लोगों के सामने अब खाने-पीने का संकट भी बढ़ गया है। पाकिस्तान में बिगड़े हालात को देखते हुए दुनिया के कई देश उसकी मदद के लिए आगे आने लगे हैं।

तुर्की और संयुक्त अरब अमीरात ने पाकिस्तान को मदद भेजी है। मालवाहक विमान से खाद्य सामग्री और जरूरी सामान भेजा गया है। जबकि IMF ने पाकिस्तान के लिए 1.7 बिलियन डॉलर की सहायता दी है। इधर, पाकिस्तान को भारत से भी काफी उम्मीदें हैं। संकट की इस घड़ी में पाकिस्तान भारत से सब्जी और तेल आयात करना चाहता है।

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पीएम मोदी की पाकिस्तान के लिए संवेदना

इस बीच, पीएम नरेंद्र मोदी ने भी पाकिस्तान में सैलाब में फंसे परिवारों के प्रति संवेदना जताई है। ऐसे में पाकिस्तान को और उम्मीद जग गई है कि भारत जल्द ही उसकी सहायता के लिए आगे आ सकता है। पाकिस्तान में बाढ़ से मची तबाही ने 2010 की याद ताजा कर दी है। 12 साल पहले पाकिस्तान में बाढ़ की वजह से एक हजार 700 लोग मारे गए थे।

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पाकिस्तान का दक्षिणी हिस्सा तबाह

भारी बारिश के बाद आई बाढ़ ने पाकिस्तान के दक्षिणी हिस्से को तबाह कर दिया है। सिंधु नदी पाकिस्तान के लिए अभिषाप बन गई है। पीएम शाहबाज शरीफ और सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा ने रविवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान ने दुनिया से मदद की गुहार लगाई ह। यहां आर्थिक संकट और बाढ़ ही परेशानी का कारण नहीं बल्कि तालिबानी विद्रोह भी पाकिस्तान के लिए चुनौती बना हुआ है।

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