बीते महीनों से चल रही हिंसा के बाद तालिबान ने पूरे अफगानिस्तान पर अपना कब्जा कर लिया है। जानकारी के मुताबिक तालिबान के काबुल पर कब्जा करने के साथ ही अफगानिस्तान की सेना ने सरेंडर करते हुए अपने घुटने टेक दिए है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अफगानी सेना ने सफेद कपड़ों में तालिबान के आगे सरेंडर किया है।बताया जा रहा है कि अफगानिस्तान का अंतरिम राष्ट्रपति अली अहमद जलाली को बनाया जा सकता है।तालिबान के नंबर-2 नेता मुल्ला बरादर राष्ट्रपति अशरफ गनी से सत्ता हस्तांतरण की चर्चा कर रहें हैं

जानें कौन है अली अहमद जलाली

दरअसल साल 2003 जनवरी से लेकर सितंबर 2005 तक अली अहमद जलाली अफगानिस्तान के आंतरिक मंत्री रह चुके हैं। वहीं सूत्रों के मुताबिक तालिबान ने अपना भरोसा जलाली पर जताया है। जहां अंतरिम प्रशासन की भूमिका जलाली अफगानिस्तान में निभा सकते है। लेकिन अभी तक इस बारे मे कोई पुख्ता पुष्टि तालिबान की तरफ से नहीं हुई है।अमेरिका अगले 72 घंटों में अफगानिस्तान स्थित अपने दूतावास खाली कर देगा । एक – एक हेलीकाप्टर दूतावास से उड़कर 4 मील दूर एयरपोर्ट की तरफ जा रहे हैं । अफ़ग़ानिस्तान के हालात पर भारत सरकार के सूत्रों का कहना है कि अफगानिस्तान में हालात तेज़ी से बदल रहे हैं । बदलते घटनाक्रम पर हमारीं पैनी नज़र है।

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तालिबान ने अफगानिस्तान पर अपना कब्जा जमा लिया है। जिसके बाद वहां के लोग दहशत में आ गए है। दूसरी तरफ काबुल की सड़कों पर भारी जाम लग गया है जिसका कारण है वहां के नागरिक अफगानिस्तान छोड़ कर जा रहे हैं। तालिबान की तरफ से एक बयान जारी किया है जिसमें कहा गया है कि देश की राजधानी काबुल में किसी को कोई जान माल नुकसान नहीं होगा। इन सब घटनाक्रम के बीच भारत की ओर से अभी राजनयिकों को बुलाने का कोई विचार नहीं किया है। वहीं जर्मनी समेत बाकी कई देशों ने राजदूत को एयरलिफ्ट कराने का फैसला किया है

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