कोरोना के जन्मदाता चीन के खिलाफ अमेरिका और भारत लगातार हमलावर रुख अपनाए हुए हैं। डोकलाम में चीन के छल के बाद भारत में आक्रोश और ज्यादा बढ़ गया था, जिसके बाद मोदी सरकार ने कई चीनी ऐप को भारत में ताला लगा दिया था। अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी चीनी ऐप टिकटॉक और वीचैट के मालिकों के साथ किसी भी लेनदेन पर प्रतिबंध लगा दिया है। डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए टिकटॉक और मैसेजिंग एप वीचैट के खिलाफ गुरुवार देर रात दो कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए। यह आदेश 45 दिनों के अंदर लागू हो जाएगा। यह किसी भी अमेरिकी कंपनी या व्यक्ति को बाइटडांस, टिकटॉक की चीनी मूल कंपनी या वीचैट के साथ लेन-देन करने से रोकता है। इससे पहले सीनेट ने एकमत से अमेरिकी कर्मचारियों के टिकटॉक इस्‍तेमाल नहीं करने वाले आदेश को अपनी अनुमति दी थी। बैन के आदेश पर हस्‍ताक्षर के बाद ट्रंप ने कहा कि यह बैन जरूरी है क्‍योंकि अविश्‍वसनीय ऐप जैसे टिकटॉक से डेटा का इकट्ठा किया जाना देश की राष्‍ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है।

कम्युनिस्ट पार्टी पर हमला

मतलब 15 सितंबर के बाद टिकटॉक और मैसेजिंग एप वीचैट अमेरिका में एप्पल के एप स्टोर या गूगल के प्ले स्टोर पर दिखाई नहीं देंगी। डोनाल्ड  ट्रंप ने कहा कि डेटा के कलेक्शन से चीनी कम्युमनिस्ट पार्टी को अमेरिकी लोगों के निजी और स्वालमित्व् संबंधी जानकारी मिल जाती है। इससे चीन अमेरिका के संघीय कर्मचारियों और ठेकेदारों के को ट्रैक कर सकते हैं। यही नहीं कम्युनिस्टक पार्टी निजी सूचनाओं का ब्‍लैकमेल के लिए डोजियर बना सकती है और कारपोरेट जासूसी भी कर सकती है। इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने बुधवार को कहा था कि वह अमेरिकी कार्रवाई को चीनी तकनीकी से निजी ऐप तक बढ़ा रहे हैं। उन्होंने टिकटॉक और वीचैट का नाम भी लिया था। भारत में पहले ही सभी तरह के संदिग्धब चीनी ऐप पर बैन लगा दिया था। दूसरी तरफ टिकटॉक के प्रवक्ता हिलेरी मैकक्यूइड ने कहा कि, कंपनी आदेश को देख रही है और जल्द ही इसपर टिप्पणी करेगी।

सोमवार को भी ट्रंप ने बोला था हमला ?

सोमवार को व्हाइट हाउस में ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा था कि, टिकटॉक को 15 सितंबर तक यूएस के संचालन को रोकने के लिए बाध्य किया जाएगा। यदि बिक्री होती है, तो आय का हिस्सा अमेरिकी करदाताओं को जाना चाहिए। ट्रंप ने संभावित टिकटॉक बिक्री की बात पर कहा,  उस कीमत का एक बहुत बड़ा हिस्सा संयुक्त राज्य के खजाने में आना चाहिए। अमेरिका में प्रतिपूर्ति या भुगतान किया जाना चाहिए क्योंकि संयुक्त राज्य अमेरिका के बिना उनके पास कुछ भी नहीं है। राष्ट्रपति ने आगे कहा, यह थोड़ा सा मकान मालिक-किराएदार की तरह है। पट्टे के बिना, किराएदार के पास कुछ भी नहीं है। माइक्रोसॉफ्ट टिकटॉक खरीदने को लेकर बातचीत कर रहा है और बातचीत को खत्म करने की समयसीमा 15 सितंबर तय की गई है। वहीं भारत टिकटॉक और वीचैट पर प्रतिबंध लगाने वाला पहला देश है। भारत ने राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए यह प्रतिबंध लगाया था। भारत ने 106 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है। भारत के इस कदम का ट्रंप प्रशासन और अमेरिकी सांसदों ने स्वागत किया था। अब अमेरिका ने भी चीन की कमर तोड़ने के लिए बड़ा फैसला लिया है।

मेडिकल क्षेत्र में भी कार्रवाई

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के खिलाफ एक और बड़ा फैसला लिया है। ट्रंप ने कहा, अमेरिका चीन और अन्य विदेशी देशों पर दवाइयों और चिकित्सा समबन्धी आपूर्ति के लिए अपनी निर्भरता को समाप्त कर देगा। इसके लिए अमेरिका ने एग्जीक्यूटिव आर्डर जारी किया है। इस आदेश में लिखा है, अमेरिकी एजेंसियां अब अमेरिकी श्रोत से दवाइयां खरीदें। साथ ही आने वाले चार सालों में अमेरिका चीन और अन्य देशों पर दवाई और फार्मास्यूटिकल्स की निर्भरता समाप्त कर देगा।

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