Turkey: विदेश में इस वक्त कई तरह की घटनाएं चल रही है। इनमें से एक है तुर्की (Turkey) के द्वारा अपना नाम बदलने का निर्णय, जो इन दिनों वैश्विक स्तर पर काफी छाया हुआ है। तुर्की के राष्ट्रपति (President of Turkey) रचेप तैयप एर्दोगन (Recep Tayyip Erdogan) ने इस पर अपनी मंजूरी देने के बाद इसे वैश्विक संस्था संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के पास भेज दिया, जहां यूएन (UN) ने बीते शुक्रवार, 3 जून को तुर्की के इस अनुरोध को सहजता के साथ स्वीकार करते हुए इसका नाम बदलकर तुर्किए (Turkiye) करने का ऐलान कर दिया।

लेकिन अब सवाल ये उठता है कि आखिरकार तुर्की ने अपने देश का नाम क्यों बदला? आखिर इसके पीछे की क्या वजह है। तो चलिए इस मुद्दे पर प्रकाश डालते हुए हम इस सवाल का जवाब जानने की कोशिश करते है।

लंबे समय से चल रही थी नाम बदलने की कवायद

कई मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तुर्की जैसे देश ने ऐसा फैसला क्यो लिया, इसके पीछ की वजह काफी बड़ी और उतनी ही ऐतिहासिक लगती है। तुर्की के राष्ट्रपति रचेप तैयप एर्दोगन ने फरवरी 2022 में तुर्की का नाम बदलकर तुर्किए करने का फैसला किया था।

ये भी पढ़ें: S JaiShankar: रूस से संबंध और चीन से तनाव के सवाल पर विदेश मंत्री जयशंकर ने यूरोप-अमेरिका को दिया करारा ज़वाब

हालांकि नाम बदलने की बात अक्टूबर 2021 से ही की जा रही थी। उस वक्त उन्होंने कहा था कि तुर्की का नाम उसकी सही तस्वीर दुनिया के सामने लाने के लिए बदला जा रहा है। एर्दोगन का मानना है कि तुर्किए नाम से देश का इतिहास झलकता है और यह देश की संस्कृति और सभ्यता का प्रतिनिधित्व करता है।

राष्ट्रपति एर्दोगन ने कही ये बात

एर्दोगन ने कहा कि तुर्किये नाम संस्कृति और सभ्यता का प्रतिनिधित्व करता है। एर्दोगन की बात सही है, लेकिन तुर्की नाम के कारण कई बार पूरे देश को हीन भावना का शिकार होना पड़ा है। दरअसल क्रैबिंज डिक्शनरी में Turky का मतलब एक ऐसी चीज से होता है जो बुरी तरह फेल हो गया हो।

साथ ही यहां पर ये भी बता दें कि लैटिन भाषा में तुर्किया को तुर्की कहा जाने लगा। 1923 में तुर्की को आजादी मिली। आजादी मिलने के साथ ही लोग देश में इसे तुर्किये बोलने लगे। लेकिन बावजूद इसके तुर्की को ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इस्तेमाल किया गया। यानी ये नाम इसकी गुलामी से जुड़ा हुआ है।

नाम बदलने की वजह

ज्ञात हो कि तुर्की के नाम बदलने के पीछे एक वजह यह भी सकती है कि अब तुर्की अपना नाम दुनिया के सामने अपने आपको उठाने के लिए काफी जद्दोजहद कर रहा है। ऐसे में गुलामी को ढोने का आरोप उसके लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है। इतना ही नहीं क्रैबिंज डिक्शनरी में तुर्की शब्द का मतलब एक ऐसी चीज से है जो बुरी तरह फेल हो गया हो। एक्सपर्ट्स का कहना है कि तुर्की नाम को लेकर बन रहे गलत छवि और इतिहास से सीखते हुए अंकारा ने अपना नाम बदलकर तुर्किए कर लिया है। हालांकि यह कितना प्रभावी होगा यह भविष्य बताएगा।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो पर सकते हैं

Share.

अमित महाजन DNP India Hindi में कंटेंट राइटर की पोस्ट पर काम कर रहे हैं.अमित ने सिंघानिया विश्वविद्यालय से जर्नलिज्म में डिप्लोमा किया है. DNP India Hindi में वह राजनीति, बिजनेस, ऑटो और टेक बीट पर काफी समय से लिख रहे हैं. वह 3 सालों से कंटेंट की फील्ड में काम कर रहे हैं.

Exit mobile version