देखिए अब तक जितनी बीमारी इस दुनिया में आई है, सभी का इलाज सभी के लिए एंटीबायोटिक दवाइयां भी उपलब्ध है लेकिन आने वाले समय में कुछ ऐसी भी बीमारी आने वाली है। इसका इलाज भी संभव नहीं है। जी हां उस पर एंटीबायोटिक असर नहीं करेगा यह जानकारी एक नई स्टडी में सामने आई है। यानी इंसान की जाति एक ऐसे टाइम बम के साथ जी रही है।जो कभी भी फट सकता है और उसे लेकर इंसान कुछ नहीं कर सकती है।

एंटीबायोटिक क्या है? यह एक तरह का एंटीमाइक्रोबियल्स पदार्थ होता है जो बैक्टीरिया को मारता है बैक्टीरिया के खिलाफ संघर्ष करता है। यह किसी भी तरह की बैक्टीरियल संक्रमण को रोकने में कारगर होता है। एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग शरीर में सूक्ष्म जीवो के जरिए फैलने वाले संक्रमण को रोकने में किया जाता है। ताकि वह शरीर में विकसित ना हो और आखिर में वह खत्म हो जाए।

एंटीबायोटिक की ताकत और आसानी से मिलने की वजह से इन्हें पूरी दुनिया में माना जाता है। लेकिन यह बहुत ज्यादा उपयोग में लाई जा रही है हालांकि कुछ खतरनाक बैक्टीरिया है जो एंटीबायोटिक दवाओं को बेअसर कर देती है या यूं कहें कि एंटीबायोटिक का इन पर कोई असर नहीं होता। यानी अगली महामारी बैक्टीरिया से संबंधित भी हो सकती है। इस समय एंटीबायोटिक रोज ही बीमारियों को लेकर पूरी दुनिया के वैज्ञानिक और रिसर्च करने वाले चिंतित हैं। एक बड़ी समस्या बनकर सामने आ रहा है।

डब्ल्यूएचओ ने एंटीमाइक्रोबियल्स रेजिस्टेंस को वैश्विक खतरा बताया है संगठन ने कहा है कि यह भविष्य में विकराल रूप धारण कर सकता है। क्योंकि ऐसी दिक्कत है अब शुरू हो चुकी है। ऐसी बीमारियां दुनिया के किसी भी देश में किसी भी कोने में फैल सकती है किसी भी उम्र के लोगों को चपेट में ले सकती है।

बीमारी तब और खतरनाक हो जाती है जब उस पर दवाओं का असर नहीं होता है। हालांकि कुछ छोटी और मध्यम दर्जे की दवा कंपनियां अपनी तरफ से कोशिश करके नई एंटीबायोटिक दवाएं बना रही है। लेकिन जब बड़े पैमाने पर कोई एंटीबायोटिक रोधी बीमारी से लेगी तो उसे रोकने के लिए यह दवाएं काफी नहीं होगी।

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