आपने दुनिया में कई तरह की खबरें देखी होंगी और सुनी होंगी। लेकिन ऐसी खबर शायद ही कभी देखी हो जब कोई लाश अपने ही अंतिम संस्कार के पैसे निकालने के लिये बैंक पहुंच गई। जी हां आप सही पढ़ रहे हैं और ये सब कहीं और नहीं हमारे ही देश के बिहार राज्य में हुआ है। इस खबर ने लोगों को होश उड़ा दिये फिर क्या था? देखते ही देखते सोशल मीडिया पर ये खबर वायरल हो गई और हर तरफ चर्चा होने लगी कि, कोई लाश पैसे निकालने के लिये बैंक कैसे पहुंच सकती है? अगर आपके दिमाग में भी कुछ ऐसा ही चल रहा है तो ज्यादा सोचिये मत आपको बता दें, ये लाश बैंक खुद के पैरों पर नहीं बल्कि पैदल चार कंधों पर सवार होकर बैक पहुंची थी। चलिये आपको बताते हैं क्या है पूरा मामला जिसने सोशल मीडिया में तहलका मचा दिया।

क्या है पूरा मामला?
ये अजीबो-गरीब मामला बिहार की राजधानी पटना शहर से सटे शाहजहांपुर थाना क्षेत्र के गांव सिगरियावां का है। यहां पर केनरा बैंक की शाखा है। इसी गांव के 55 साल के महेश यादव की मंगलवार की सुबह लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। लेकिन महेश यादव के परिवार में कोई नहीं था। इसलिये अंतिम संस्कार करने की जिम्मेदारी पड़ोसियों ने उठाई। महेश यादव के बैंक में पैसे जमा था। इसलिये गांव के लोगों ने सोच कि, महेश के ही बैंक से पैसे निकालकर क्यों न अंतिम संस्कार कर दिया जाये। जब गांव के लोग बैंक पहुंचे तो वहां उन्होंने सारी बात बैंक अधिकारियों को बताई। लेकिन बैंक अधिकारी ये मानने को तैयार नहीं थे। उन्होंने कहा कि, जब तक मृतक उनके सामने नहीं आ जाता तब तक वो पैसा नहीं दे सकते , फिर क्या था गांव वाले महेश यादव को अर्थी सहित लेकर पहुंच गये बैंक।यह सब देखकर बैंक स्टाफ के होश उड़ गए और लगभग तीन घंटे तक महेश की लाश बैंक में पड़ी रही। 3 घंटे बाद भी ग्रामीण लाश उठाने के लिए तैयार नहीं थे। मामले और हंगामे को बढ़ता हुआ देख बैंक मैनेजर ने अपनी जेब से गांव वालों को 10 हजार रूपये अंतिम संस्कार के लिये दिये। तब जाकर ये मामला शांत हुआ।

बैंक ने क्यों नहीं दिये पैसे?
आपको बता दें, मृतक महेश की शादी नहीं हुई थी और उनके परिवार में कोई भी नहीं है। महेश के बैंक में 1 लाख 18 हजार रूपये जमा थे। लेकिन कोई नॉमिनी न होने की वजह से बैंक ये पैसा गांव वालों को नहीं दे सकता था। यही वजह है कि, पैसों को लेकर इतना बवाल मचा। बैंक का कहना है कि, पूरे ममाले की जांच के बाद ही महेश यादव के अकाउंट से पैसे निकाले जा सकेंगे।

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आरोही डीएनपी इंडिया में मनी, देश, राजनीति , सहित कई कैटेगिरी पर लिखती हैं। लेकिन कुछ समय से आरोही अपनी विशेष रूचि के चलते ओटो और टेक जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी लोगों तक पहुंचा रही हैं, इन्होंने अपनी पत्रकारिका की पढ़ाई पीटीयू यूनिवर्सिटी से पूर्ण की है और लंबे समय से अलग-अलग विषयों की महत्वपूर्ण खबरें लोगों तक पहुंचा रही हैं।

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