देश में अब तक आपने इंसानों के आधार कार्ड बनते हुए देखें होंगे और अपना भी बनवाया होगा, लेकिन अब अपने पालतू जानवरों के आधार कार्ड बनवाने के लिए भी तैयार हो जाइए। अब आपके पालतू जानवर कुत्ते, बिल्ली, भेड़, बकरी के आधार कार्ड भी बनेंगे।आपको बता दें, राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत इस योजना में भेड़ और बकरियों को भी शामिल किया गया है।

अब गाय, भैंस की तरह भेड़ और बकरियों को भी आधार नंबर मिलेगा। जिससे अब पालतू जानवरों की भी पहचान हो सकेगी। इस योजना के तहत पशु अधिकारी और कर्मचारी घर-घर जाकर चार महीने से ज्यादा उम्र के भेड़, बकरी की पहचान करके आधार कार्ड बनाएंगे। पालतू पशुओं के आधार कार्ड बनने सेपशुओं को सरकार की योजनाओं का लाभ भी आसानी से मिल सकेगा। इसके साथ ही भेड़ और बकरी का रिकार्ड एनएडीसीपी के पोर्टल पर दर्ज हो सकेगा।
इस पोर्टल पर जानवरों की उम्र और पालने वाले का नाम और पता ऑनलाइन रजिस्टर्ड किया जायेगा। इसके साथ ही भेड़ों और बकरियों को 12 डिजिट का आधार नंबर का छल्ला कान में पहनाया जाएगा। इसके जरिये भेड़-बकरियों के बीमा और लोन की सुविधा भी मिलेगी। इस योजना से पालतू जानवरों को पालने वालों को लाभ मिलेगा।
इसके साथ होनी जानवरों के टीके भी लगवाए जायेंगे।


इसके साथ ही जानवरों को आधार नंबर मिलने के बाद खोए पशुओं को ढूंढने में आसानी होगी। इसके साथ हो इन जानवरों की चोरी भी नहीं हो सकेगी। आपको बता दें , अभी इस सुविधा पर काम शुरू हो गया है। बहुत जल्द इसे देश भर के सभी राज्यों में भी लागू कर दिया जायेगा।

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आरोही डीएनपी इंडिया में मनी, देश, राजनीति , सहित कई कैटेगिरी पर लिखती हैं। लेकिन कुछ समय से आरोही अपनी विशेष रूचि के चलते ओटो और टेक जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी लोगों तक पहुंचा रही हैं, इन्होंने अपनी पत्रकारिका की पढ़ाई पीटीयू यूनिवर्सिटी से पूर्ण की है और लंबे समय से अलग-अलग विषयों की महत्वपूर्ण खबरें लोगों तक पहुंचा रही हैं।

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