शमशान घाट में अकसर घूमते फिरते दिखने वाले अघोरी बाबाओं के रहस्मय जीवन को लेकर हर किसी के मन में कई सारे सवाल होते हैं। यही कारण है कि, आपको सोशल मीडिया पर अघोरी बाबा के रहस्यमय जीवन को लेकर कई सारी जानकारियां मिल जाएंगी। आज हम आपको अघोरी बाबाओं के जीवन को लेकर कुछ ऐसे ही रहस्य बताने जा रहे हैं। जिन्हें जानकर आपके होश उड़ जाएंगे।

लेकिन इससे पहले जान लेते हैं कौन होते अघोरी बाबा?
हिंदू धर्म में एक संप्रदाय अघोर पंथ है और इसका पालन करने वालों को अघोरी कहा जाता है। हालाकि अघोर संप्रदाय को लेकर फिलहाल तो कोई खास जानकारी इतिहास में नहीं मिलती है। कुछ लोग इन्हें कपालिक संप्रदाय से मिलता जुलता जरूर बताते हैं।लेकिन अघोरियों को भगवान शिव का जीवित रूप भी माना जाता है, क्योंकि पुराणों में शिवजी के पांच रूपों में से एक रूप अघोर रूप के बारे में भी वर्णन मिलता है। जिसकी वजह से अघोरी भगवान शिव के साधक कहे जाते हैं।अघोरी बाबा अपना जीवन इतने रहस्य तरीके से जीते हैं कि, किसी को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। हालाकि लोगों ने जानने की बहुत कोशिश की है।


अघोरी बाबाओं को लेकर एक बात कही जाती है कि, ये लोग इंसान का कच्चा मांस खाते हैं। काफी इंटरव्यूज और डाक्यूमेंट्रीज में यह बात खुद कई अघोरियों ने कबूली भी है। इनका मानना है कि, ऐसा करके इनकी साधना मजबूत होती है।अघोरी बाबा शमशान घाट पर ही रहते हैं। और अपने शरीर पर इंसानी राख को लपेट कर रखते हैं। जिसकी वजह से आम लोग इनसे काफी डरते हैं।ऐसा माना जाता है कि, अघोरी 3 तरह की साधनाएं करते हैं, शव साधना, जिसमें शव को मांस और शराब के साथ खाया जाता है।शिव साधना, जिसमें शव पर एक पैर पर खड़े होकर शिव की साधना की जाती है और श्मशान साधना, जहां हवन किया जाता है। ये सब दिखने मे बेहद खतरनाक लगता है। लेकिन इसके लिए ये एक सामान्य सी बात है।
अघोरी बाबाओं को लेकर एक बात ये भी कही जाती है कि, ये लोग शव के साथ सेक्स करते हैं। आपको सोशल मीडिया पर कई सारी ऐसी वीडियो मिल जाएंगी जिनमें अघोरी बाबाओं ने माना है कि, वो ऐसा करते हैं और इसे अपनी साधना का एक हिस्सा बताते हैं।


अघोरी बाब हमेशा अपने साथ इंसानी खोपड़ी रखते हैं। इनका मानना है कि, ऐसा करने से उनकी शिवभक्ति और भी ज्यादा मजबूत हो जाती है।
अघोरियों की साधना को काफी प्रबल माना जाता है। कहा जाता है कि, ये मुर्दों से बात करते हैं। इसके साथ ही अघोरियों को लेकर ये भी कहा जाता है कि, इन्हें बहुत गुस्सा आता है।अघोरी बाबाओं के बारे में कहा जाता है कि, ये अपना मल खुद ही खा लेते हैं। इन्हें अच्छी और गंदी चीज में कोई फर्क नजर नहीं आता है।अघोरी बाबा अपनी ही धुन में रहते हैं और काफी जिद्दी होते हैं। जिसकी वजह से इनसे आम लोग दूर ही रहना पसंद करते हैं। यही कारण है कि, अघोरियों का जीवन आज तक इतना रहस्यमय बना हुआ है

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आरोही डीएनपी इंडिया में मनी, देश, राजनीति , सहित कई कैटेगिरी पर लिखती हैं। लेकिन कुछ समय से आरोही अपनी विशेष रूचि के चलते ओटो और टेक जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी लोगों तक पहुंचा रही हैं, इन्होंने अपनी पत्रकारिका की पढ़ाई पीटीयू यूनिवर्सिटी से पूर्ण की है और लंबे समय से अलग-अलग विषयों की महत्वपूर्ण खबरें लोगों तक पहुंचा रही हैं।

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