इस साल गणेश चतुर्थी का त्योहार 22 अगस्त को मनाया जाएगा। गणेश चतुर्थी का त्योहार भद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तारीख को मनाया जाता है। इस त्योहार को विनायक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। माना जाता हे कि इस दिन जो भी व्यक्ति चांद को देखता है तो उसे पाप लगता है। ऐसा भी माना जाता है कि जो भी इस दिन चांद को देखता है तो उस पर झूठे आपोर लगाए जाते हैं।
बता दें कि गणेश जी को कई नामो से पुकारा जाता है। जैसे श्री गणेश, गदानंद, विनायक नामों से जाना जाता है। भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तारीख को श्री गणेश के जन्म दिन के रूप में मनाया जाता है। गणेश जी का जन्म दोपहर के वक्त हुआ था। ऐसा माना जाता है कि इस दिन श्री गणेश के भक्त वर्त रखते हैं और अपनी मनोकामनाएं पूरी होने की दुआएं करते हैं।
इन दिनों में गणेश जी को मेहमान बनाकर घर में रखा जाता है और उनकी सुबह शाम पूजा की जाती है। कहते हैं इन दिनों में श्री गणेश की सुबह शाम आरती करने और उनकी सेवा करने से इंसान की किस्मत बदल जाती है और उसके जो भी रूके हुए काम होते हैं वो सब बन जाते हैँ।
सामग्री
गणेश जी की पूजा करने के लिए गणेश जी की प्रतिमा, दीपक, घी, सिंदुर, रोली, कलक्ष अक्षत पान का पत्ता, दूर्वा, लाल पुष्प, गंगा जल, पंचामृत, नैवेध, गणेश जी की थाली, धूप बत्ती और अगरबत्ती ये सारी सामग्री एक जगह इकट्ठा कर लें। वहीं गणेश जी की प्रतिमा को घर लाने से पहले स्नान करें और साफ कपड़े पहने। उसके बाद इन सामग्री के साथ गणेश जी की प्रतिमा को घर लाकर पूजा करें और हर रोज इसी सामग्री से गणेश जी की आरती करें।
गणेश जी को लेकर एक वाक्या हम आपको याद दिला दें कि आखिर ऐसा क्यों कहा जाता है कि अगर गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा को क्यों नहीं देख जाता है। कहा जाता है कि गणेश जी गणेश जी पहले ऐसे भगवान है जिन्होंने सबसे पहले पृथ्वी की परिक्रमा की थी। गणेश जी के परिक्रमा करते वक्त सभी देवता उनकी वंदना कर रहे थे लेकिन चंद्रमा अकेला ऐसा था जो मन ही मन मुस्करा रहा था। क्योंकि उसको अपने सौंदर्य पर काफी घमंड था। श्री गणेश ने चंद्रमा को काले होने का श्राप दे दिया।
उसके बाद चंद्रमा ने अपने किए की माफी गणेश जी से मांगी तो उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे सूरज की किरणें तुम पर पड़ेगी तुम्हारा सौंदर्य लौट आएगा। लेकिन उसके बाद भी हमेशा तुम्हें दिए हुए इस दंड को याद किया जाएगा। इसके बाद ही कहा गया कि जो भी गणेश चतुर्थी को चंद्रमा के दर्शन करेगा उसको कई तरह की परेशानियों सामना करना पड़ेगा और उस के ऊपर झूठे आरोप लगाएं जाएंगे। अगर गलती से किसी की नजर चंद्रमा पर पड़ जाए तो उसे मंत्र का जाप करना चाहिए।