दवा कंपनी सिप्ला (Cipla) के शेयर में सोमवार यानी आज 11 फीसद का मुनाफा दर्ज किया गया है। कंपनी द्वारा 30 जून को पूरी हुई तिमाही में सिप्ला (Cipla)  को शुद्ध लाभ में 26.58 फीसद मतलब 566.04 करोड़ रुपये बढ़ोत्तरी दर्ज करने के बाद यह उछाल आया है। एक साल पहले इसी तिमाही में सिप्ला का नेट प्रॉफिट 447.15 करोड़ रुपए था। अप्रैल से जून तिमाही में कंपनी को परिचालन से कुल राजस्व 4,346.16 करोड़ रुपये रहा है। यह एक साल पहले की समान अवधि में 3,989.02 करोड़ रुपये रहा था। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर कंपनी का शेयर सोमवार को कारोबार के दौरान 11.78 फीसद की उछाल के साथ 814.45 रुपये के 52 हफ्ते के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर भी सिप्ला (Cipla) का शेयर सोमवार को कारोबार के दौरान 814.50 रुपये के स्तर पर पहुंच गया।

जून तिमाही में 26.58 फीसद की बढ़ोत्तरी

दवा कंपनी ने शुक्रवार को बताया था कि बिक्री में उछाल के चलते जून तिमाही में कंपनी ने 26.58 फीसद की बढ़ोत्तरी के साथ 566.04 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया है। जून तिमाही में कंपनी की आमदन 9 फीसदी बढ़कर 4346.2 करोड़ रुपए रही। कंपनी का घरेलू बिजनेस साल-दर-साल आधार पर 10 फीसदी बढ़कर 1608 करोड़ रुपए रहा। जबकि साउथ अफ्रीका, सब-सहारा अफ्रीका और सिप्ला ग्लोबल एक्सेस (SAGA) का बिजनेस 10 फीसदी बढ़कर 763 करोड़ रुपए रहा। वहीं इमर्जिंग मार्केट में कंपनी के कारोबार की ग्रोथ 64 फीसदी बढ़कर 457 करोड़ रुपए रही। यूरोप में कंपनी के कारोबार की बात करें तो 19 फीसदी बढ़कर 240 करोड़ रुपए रहा। हालांकि नॉर्थ अमेरिका में नुकसान जरुर हुआ, जहां कंपनी का बिजनेस साल-दर-साल आधार पर 9 फीसदी गिरा है। हालांकि तिमाही-दर-तिमाही आधार पर यह 19 फीसदी बढ़कर 1021 करोड़ रुपए रहा ।

सिप्ला के मैनेजिंग डायरेक्टर का बयान

सिप्ला के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO उमंग वोहरा ने कहा कि, हमारे जून तिमाही के प्रदर्शन की रिपोर्ट देखकर खुशी हुई है, जो हमारे बिजनेस के इंटीग्रेटेड पावर को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि अप्रैल-जून तिमाही के दौरान,  हमारे व्यवसायों ने भारत, दक्षिण अफ्रीका और अमेरिका के बाजारों में मजबूत ग्रोथ  के लिए अपने ओपरेटिंग मॉडल्स के बारे में सक्रिय रूप से विचार किया और लागत अनुकूलन पर फोकस किया। इससे तिमाही के EBITDA को 24 फीसद तक पहुंचाने में मदद मिली। साथ ही उन्होंने कहा कि कंपनी अपनी रणनीतिक भागीदारी के माध्यम से कोरोना का मुकाबला करने में भी सबसे आगे खड़ी है। बता दें की, हाल ही में सिप्ला के कार्यकारी उपाध्यक्ष और भारतीय कारोबार के मुख्य कार्यकारी अधिकारी निखिल चोपड़ा ने इस्तीफा दे दिया था। इसके अलावा कंपनी के दो अन्य वरिष्ठ अधिकारी निखिल ललवानी और कुणाल खन्ना ने भी त्यागपत्र दे दिया था। इसके बाद भी कंपनी के हुए लाभ से अधिकारी खुश हैं।

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