कुछ दिन पहले ही एक वरिष्ठ महिला वकील ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर एक फोटो शेयर की थी। उस फोटो का अर्थ ये था कि – नवरात्री के 9 दिन तक सभी लोग लड़कियों को देवी के तरह पूजते हैं , महिलाओं का आदर करते हैं लेकिन बाकी के दिनों में उन्हीं लड़कियों और महिलाओं के साथ घिनौना काम करने से बाज नहीं आते हैं। महिला वकील ने इस फोटो के ऊपर कैप्शन भी लिखा था – विडंबना। मुझे नहीं लगता कि इसमें उन्होंने कुछ भी गलत कहा लेकिन राजनीति की बिजली न जाने किस मुद्दे पर चमक जाये और किस मुद्दे पर किसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन की जंग छिड़ जाये …कुछ कहा नहीं जा सकता। फिर इस बात से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता कि सोशल मीडिया पर शेयर की गयी फोटो का अर्थ किस हद तक सही था। लेकिन गज़ब की बात तो ये हैं कि बाकी के दिनों का तो पता नहीं बल्कि नवरात्री में ही बीमार मानसिकता के लोग बलात्कार जैसे घिनौने अपराध को अंजाम दे रहे हैं। कितनी अचंभित कर देने वाली बात है कि हम नवरात्री के आखिरी दिन 9 कन्याओं को देवी मानकर पूजते हैं। लेकिन यहां तो कन्याएं तक सुरक्षित नहीं हैं, तो फिर आगे और किसी की सुरक्षा के लिए क्या ही कहा जा सकता है।

जी हाँ, पंजाब के होशियारपुर जिले में एक 6 साल की नाबालिग बच्ची के साथ हुआ खौफनाक अपराध। अगर आप जानेंगे कि उस 6 साल की मासूम बच्ची के साथ क्या हुआ और उसके बाद उसे मौत के घाट कैसे उतारा गया तो आपकी रूह कांपना निश्चित है। बीते दिन पुलिस ने बताया कि छह साल की मासूम बच्ची के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। इतना ही नहीं परिवार को आरोपियों के खिलाफ कोई सबूत न मिल सके तो उसके लिए अपराधियों ने बच्ची की लाश को जला दिया और फरार हो गए जिसके बाद लड़की की अधजली लाश टांडा के जलालपुर गांव में आरोपियों के घर में मिली है।

खबरों की मानें तो पुलिस ने बताया कि इस दिल दहला देने वाले मामले में गुरप्रीत सिंह और उसके दादा सुरजीत सिंह को हत्या, बलात्कार और आईपीसी की अन्य संबंधित धाराओं और पॉक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है। 6 साल की पीड़ित बच्ची जो अब इस दुनिया में नहीं रही वो एक प्रवासी मजदूर की बेटी थी, जो उसी गांव में रह रहा था। बच्ची के पिता ने आरोपियों पर आरोप लगाते हुए बताया कि गुरप्रीत उसकी लड़की को अपने घर ले गया था जहां उसने उसके साथ बलात्कार किया। जिसके बाद, गुरप्रीत और सुरजीत दोनों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी और फिर उसकी लाश को जला दिया। पंजाब राज्य अनुसूचित जाति आयोग की चेयरपर्सन तेजिंदर कौर ने इस घटना का जायजा लिया और 26 अक्टूबर तक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) होशियारपुर से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है।

Share.
Exit mobile version