दिल्ली मेट्रो कोरोना काल के बीच 169 दिनों बाद एक बार फिर से आपकी सेवा में हाजिर हो गई है। 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के लिए बंद की गई मेट्रो अब तक के कोरोना वायरस काल में बंद रहने के बाद सोमवार को शुरु हुई तो लोगों के चेहरे खिल गए। मुंबई को छोड़ देश के बाकी शहरों में 169 दिन बाद मेट्रो सुविधा शुरू हुई है। सफर के दौरान कोरोना महामारी से बचाव के सख्त नियमों का पालन किया जा रहा है। टच-फ्री सिक्टोरिटी है। मास्क पहनना अनिवार्य है। ऐसा नहीं करने पर जुर्माना लगेगा। जिन इलाकों में कोरोना का कहर अधिक है, वहां अभी लोगों को इंतजार करना होगा। मेट्रो के संचालन की चरणबद्ध व्यवस्था की गई है। समयपुर बादली से हुडा सिटी सेंटर यानी यलो लाइन के बीच मेट्रो सुबह 7 बजे से 11 बजे तक और शाम को 4 बजे से रात 8 बजे तक मिलेगी। नोएडा मेट्रो की एक्‍वा लाइन भी आम जनता के लिए खोल दी गई है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने कहा कि यलो और रैपिड लाइन पर सुबह 7 बजे से 11 बजे के बीच 7500 लोगों ने सफर किया।  दिल्ली के अलावा नोएडा, चेन्नई, बेंगलुरु, कोच्चि, हैदराबाद, लखनऊ और अहमदाबाद में भी मेट्रो शुरू हो गई है।

डीएमआरसी ने एक अन्य ट्वीट में कुछ यात्रियों की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, ” पांच महीने से अधिक समय बाद पहली यात्रा कर रहे लोगों के खुशहाल चेहरे। वहीं एक यात्री ने लिखा यह बहुत ही अच्छआ कदम है। मेट्रो से पैसे और समय की बचत होती है। यात्रियों को हर सावधानी का ख्याल रखना चाहिए।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी मेट्रो सेवाएं बहाल होने पर खुशी जाहिर की। अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘मुझे ख़ुशी है कि आज से मेट्रो शुरू हो रही है। मेट्रो ने अच्छे इंतज़ाम किए हैं। हम सबको भी सावधानी बरतना चाहिए, कोई लापरवाही नहीं करनी चाहिए। यात्रियों को तापमान मापने और हाथ सैनिटाइज करने के बाद ही स्टेशन परिसर में जाने दिया जा रहा है। दिल्ली मेट्रो के कर्मचारी और केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवान भी फेस शील्ड, मास्क और दस्ताने पहने दिखे।

यात्रा के लिए टोकन जारी नहीं किए जाएंगे। यात्री केवल स्मार्ट कार्ड के जरिए यात्रा कर पाएंगे। स्मार्ट कार्ड को अगर रिचार्ज कराना हो तो ऑनलाइन और डिजिटल माध्यम से करा सकते हैं। नगद भुगतान के जरिए स्मार्ट कार्ड रिचार्ज नहीं होगा। दिल्ली मेट्रो की सेवा बंद होने से पहले करीब 60 लाख यात्री रोजाना मेट्रो में सफर करते थे जिसमें से करीब 70% स्मार्ट कार्ड के जरिए यात्रा करते थे। मेट्रो ट्रेन की फ्रीक्वेंसी शुरुआत में लगभग 2:45 मिनट से लेकर 5:30 मिनट तक की रहेगी। यानी एक ट्रेन जाने के बाद दूसरी ट्रेन आने में इतना समय लगेगा। एक ट्रिप पूरा करने के बाद मेट्रो ट्रेन को सैनिटाइज किया जाएगा जिसकी वजह से समय लगना लाजमी है। सुरक्षा की बात करें तो नियम न टूटें और सावधानीपूर्वक मेट्रो चले, भीड़ मैनेज की जा सके, इसके लिए स्‍टेशंस पर पर्याप्‍त संख्‍या में सुरक्षाकर्मी मौजूद हैं।

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