छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा शुरू की गई गोबर खरीद के मॉडल पर किसानों से पशु मूत्र भी खरीदा जाएगा।

अधिकारियों ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार मवेशियों के मालिकों से उनकी आय बढ़ाने के लिए पशु मूत्र खरीदने की योजना बना रही है, अधिकारियों ने कहा कि इस कदम से गौ संरक्षण बेहतर होगा। पशुपालन को लाभदायक बनाने के लिए राज्य सरकार पहले से ही प्रजनकों और किसानों से गोबर खरीद रही है। 20वीं पशुधन गणना के अनुसार 2019 में छत्तीसगढ़ में 2,61,503 मवेशी है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सलाहकार प्रदीप श्रमा ने कहा, हम ग्राम गौठान (मवेशी शेड) के माध्यम से पशु मूत्र की खरीद करेंगे और खरीद के लिए पशु मालिकों और किसानों को पाक्षिक भुगतान किया जाएगा। मवेशी मूत्र उसी तरह से खरीदा जाएगा जैसे छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा गाय के गोबर की खरीद की जाती है।”

बीते 25 जून, 2020 को, बघेल ने सड़क दुर्घटनाओं, जीवन और संपत्ति के नुकसान का कारण बनने वाली बूढ़ी गायों को छोड़ने वाले किसानों की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए गाय के गोबर की खरीद के लिए ‘गौधन न्याय योजना’ शुरू की थी। सरकार ने नगरीय प्रशासन विभाग को आवारा पशुओं को रोकने के लिए व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया। शर्मा ने कहा कि 20 महीने में राज्य सरकार ने करीब 64 लाख क्विंटल गोबर की खरीद की है और 20 लाख क्विंटल जैविक वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन किया है।

शर्मा ने कहा “अब हमें जैविक कीटनाशकों और कवकनाशी की जरूरत है। चूंकि गोमूत्र जैविक कीटनाशकों और कवकनाशी के लिए सबसे अच्छी आधार सामग्री है, इसलिए सरकार इसे किसानों से खरीदने की योजना बना रही है।” विकास से परिचित एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने खरीद प्रक्रिया के लिए उचित शोध को मंजूरी दी है। अधिकारी ने कहा, “योजना का अंतिम मसौदा तैयार करने के लिए कृषि वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं की राय ली जा रही है।”

मालूम हो कि सरकार ने अभी कीमत तय नहीं की है। शर्मा ने कहा, “जैसे हमने गोबर के लिए किया था, सरकार को खरीद मूल्य का अध्ययन करने और सुझाव देने के लिए एक उच्च स्तरीय अधिकार प्राप्त समिति गठित की जाएगी और मुख्यमंत्री इस बारे में फैसला करेंगे।”

वहीं विशेषज्ञों ने कहा कि पशु मूत्र खरीदने के विचार से किसानों और गाय मालिकों को मदद मिलेगी। रायपुर स्थित कृषि वैज्ञानिक सीताराम पटेल ने कहा, “अगर सरकार मवेशियों के मूत्र की खरीद करती है तो यह किसानों और राज्य के गाय मालिकों के लिए फायदेमंद होगा। कुछ लोग राज्य में पहले से ही मवेशियों के मूत्र से बने जैविक कीटनाशकों का उपयोग कर रहे हैं जो फसल, मिट्टी और लोगों के लिए भी फायदेमंद है।”

यह भी पढ़े : Ukraine-Russia conflict: यूएनजीए की बैठक में जानिए किसने क्या कहा?

बीते नवंबर 2021 में, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राज्य सरकार खाद और अन्य उत्पादों को बनाने के उद्देश्य से गाय के गोबर को खरीदने के विचार पर काम कर रही है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में एक चुनावी रैली के दौरान गाय का गोबर खरीदने की योजना के बारे में भी बात की थी।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें।आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो पर सकते हैं। ‌

Share.
Exit mobile version