कोरोना का कहर पूरी दुनिया में जारी है, कई देश इस महामारी के कारण बहुत खराब हालात से सामना कर रहे हैं। लेकिन अभी इस महामारी का कहर कम भी नही हुआ है तब तक एक दूसरी मुसीबत सामने आ गई है। इसे संकट का नाम है “पोस्ट-कोविड सिंड्रोम. अमेरिकी वैज्ञानिक निकायों नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन और रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र की तरफ से एक शोध में पाया गया है की कोरोना वायरस संक्रमण से उबरने वाले लोगों को और भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। मतलब की कोरोना से रिकवर होने के बाद भी कई प्रकार की बिमारियां अटैक कर सकती हैं।
अमेरिका में हुए इस शोध के मुताबिक कोविड सिंड्रोम के कारण रोगियों को तंत्रिका, प्रतिरक्षा और खाने को पचाने की प्रणाली की असामान्यताएं भी हो सकती हैं, जो सभी शरीर की लय को प्रभावित करते हैं. जैसे एक बीमारी जिसे क्रोनिक थकान सिंड्रोम (CFS)/ मायलजिक इंसेफेलाइटिस (ME) के रूप में जाना जाता है, वह ऐसा करती है, जिसे 70 साल पहले पहचाना गया था.