कोरोना लगातार अपने पांव पसारते जा रहा है। हर दिन हजारों लोग कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। भारत में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 10 लाख के पार पहुंच चुका हैं। अभी भी सबको इंतजार है तो कोरोना को मात देने वाली दवा का। पुरी दुनिया कोरोना वैक्सीन बनाने में जुटी हुई है। लेकिन अभी तक सफलता किसी को नहीं मिली है। हालांकि इन सब के बीच कोरोना मरीजों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है। भारत बायोटेक और आईसीएमआर द्वारा तैयार किए गए कोरोनावायरस वैक्सीन COVAXIN का फेस वन ह्यूमन ट्रायल शुरू हो गया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि- कोरोना वायरस के खिलाफ जंग अब निर्णायक दौर में है। उन्होंने कहा है कि पिछले कई महीनों से कोरोना वैक्सीन के विकास के लिए जारी प्रयास के सकारात्मक संदेश मिलने लगे हैं। डॉक्टर हर्षवर्धन ने दावा किया है कि हम जल्द ही इस महामारी पर पूरी तरह जीत प्राप्त कर लेंगे।

उन्होंने अपने इस ट्वीट में प्रधानमंत्री कार्यालय और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के वेरीफाइड ट्विटर हैंडल के साथ ही इस वैक्सीन पर काम कर रहे भारत बॉयोटेक के ट्विटर हैंडल को भी टैग किया है। गौरतलब है कि फॉर्मास्यूटिकल कंपनी भारत बॉयोटेक और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने इस वैक्सीन को बनाया है। बता दें यह वैक्सीन प्रीक्लीनिकल स्टडी का स्टेज सफलतापूर्वक पार कर चुकी है।

ट्रायल में लगेंगे कुल 90 दिन

देश में शुरू हुए वैक्सीन के पहले ह्यूमन ट्रायल में करीब एक महीना लगेगा। ट्रायल के बाद सामने आए आंकड़ों को ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया के पास भेजा जाएगा। इसके बाद अगले चरण के ट्रायल की मंजूरी मिलेगी। सीधे तौर पर समझें तो वैक्सीन के पहले और दूसरे चरण के ट्रायल में करीब 90 दिन लगेंगे। वैक्सीन के ट्रायल के लिए आईसीएमआर ने देश में 12 हॉस्पिटल्स का चयन किया है। इनमें एम्स-दिल्ली, एम्स पटना, किंग जॉर्ज हॉस्पिटल-विशाखापटनम, पीजीआई-रोहतक, जीवन रेखा हॉस्पिटल-बेलगम, गिलुरकर मल्टीस्पेशिएलिटी हॉस्पिटल-नागपुर, राना हॉस्पिटल-गोरखपुर, एसआरएम हॉस्पिटल-चेन्नई, निजाम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज-हैदराबाद, कलिंगा हॉस्पिटल-भुवनेश्वर, प्रखर हॉस्पिटल-कानपुर और गोवा का एक हॉस्पिटल भी शामिल है।

पटना AIIMS से हुई ह्यूमन ट्रायल की शुरुआत

देश में सबसे पहले वैक्सीन का डोज पटना एम्स के एक युवक को दिया गया। AIIMS के एमएस डॉ. सीएम सिंह का कहना है कि वैक्सीन की देखरेख के लिए टीम बनाई गई है। टीम में 30 साल के युवक पर वैक्सीन का ट्रायल किया है। उसे हाफ एमएल का डोज देने के बाद 4 घंटे तक ऑब्जर्वेशन में रखा गया। 7 दिन बाद असर जानने के लिए दोबारा बुलाया गया है। उसे अगला डोज 14 दिन बाद दिया जाएगा। यहां वैक्सीन का ट्रायल कुल 50 लोगों पर होगा। बाकी लोगों को मेडिकल टेस्ट के बाद ट्रायल में शामिल किया जाएगा।

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