जैसा कि कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में सब आ चुके हैं अब कोरोना की तीसरी लहर की बारी है। सुना जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए बेहद घातक है इससे बच्चे ज्यादा प्रभावित होंगे इसलिए बच्चों के लिए सरकार वैक्सीन पर विचार विमर्श कर रही है। ऐसी घोषणा की गई है कि 2 से 18 साल के बच्चों के लिए जल्द ही वैक्सीन तैयार की जाएगी क्योंकि अब तक देश में बच्चों के लिए कोई वैक्सीन नहीं बनी है अब ये संतुष्टि है कि बच्चों के लिए भी वैक्सीन बनेगी, क्योंकि समिति द्वारा वैक्सीन के ट्रायल को मंजूरी दे दी गई है। 

हाल ही में ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने भारत बायोटेक को 2 से 18 साल के बच्चों के लिए वैक्सीन बनाने की मंजूरी दे दी है। कोरोना के तीसरी लहर को नियंत्रण में रखने की पूरी तैयारी की जा रही है।

भारत बायोटेक द्वारा बच्चों के लिए वैक्सीन तैयार करने के आवेदन पर केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) कोविड – 19 विषय विशेषज्ञ समिति ने मंगलवार को विचार विमर्श किया। समिति ने आवेदन पर दूसरे/तीसरे चरण के क्लीनिकल टेस्ट की अनुमति के लिए सिफारिश की है।

आंकड़ों के मुताबिक, बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या 1,97,34,823 हो गई है जबकि संक्रमण से मृत्यु दर 1.09 फीसदी दर्ज की गई है।

सूत्रों के अनुसार, ये परीक्षण दिल्ली और पटना के मेडिकल संस्थानों में भी किया जाएगा। कई देश बच्चों की वैक्सीन के approval का इंतज़ार कर रहे हैं। जो की इस महामारी से छुटकारा दिला सके। भारत में अब तक किसी भी कंपनी की वैक्सीन को मंजूरी नहीं मिली है। उम्मीद है जल्द ही वैक्सीन देखने को मिलेगी।

अमेरिका में एक कंपनी फाइजर की वैक्सीन को 2 से 15 आयुवर्ग के बच्चों को लगाने की मंजूरी मिल गई है।

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