कोरोना महामारी के बीच बिहार विधानसभा के लिए चुनावों की लड़ाई शुरु हो चुकी है यानी तारीखों का एलान हो गया है चुनाव आयोग ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके राज्य की 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनावी शंखनाद कर दिया। राज्य में तीन चरणों में चुनाव होंगे। पहले चरण में 71 सीटों के लिए 28 अक्तूबर को वोट डाले जाएंगे। दूसरे चरण में 94 सीटों के लिए तीन नवंबर को मतदाता अपने वोट का प्रयोग करेंगे। वहीं 78 सीटों के लिए सात नवंबर को मतदान होगा। वहीं 10 नवंबर को मतगणना होगी। आयोग ने इस बार चुनाव के लिए खास इंतजाम किए हैं। अगर बात 2015 चुनाव की करें तो 5 चरणों में चुनाव हुआ था, बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं। 243 में से 38 सीटें अनुसूचित जाति के लिए और 2 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए रिजर्व हैं। 2015 में राज्य में 6.68 करोड़ वोटर थे। इनमें 56 फीसदी लोगों ने ही चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था।

वोटिंग के लिए नियम जानिए

हर मतदान केंद्र पर सिर्फ एक हजार मतदाता ही वोट देंगे। मतदान केंद्रों पर सैनिटाइजर से लेकर सभी तरह की व्यवस्थाएं रहेंगी। बिहार चुनाव में कोरोना को देखते हुए मतदान का समय एक घंटा बढ़ाया गया है। अब सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होंगे। कोरोना से संक्रमित मरीज मतदान के आखिरी दिन अपने संबंधित मतदान केंद्रों पर स्वास्थ्य अधिकारियों की देखरेख में वोट डाल सकेंगे। इसके अलावा नामांकन के लिए उम्मीदवार 2 से ज्यादा गाड़ियों का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। नामांकन दाखिल करने के लिए उम्मीदवार के साथ दो लोग जा सकते हैं। तो चुनाव प्रचार में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी है। उम्मीदवार को मिलाकर 5 लोग घर-घर जाकर कैंपेनिंग कर सकते हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा, बिहार विधानसभा चुनाव कोविड-19 के मौजूदा हालात में दुनियाभर में होने वाले सबसे बड़े चुनावों में से एक होंगे। महामारी ने जीवन के सभी पहलुओं में नयी स्थितियां पैदा कर दी हैं, बिहार चुनाव नए सुरक्षा दिशा-निर्देशों के तहत होंगे।

नीतीश कुमार ने कसी कमर

बिहार के मुख्यमंत्री जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने पार्टी के 340 कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में नीतीश कुमार ने कहा कि मेरा कर्तव्य है, सबसे मिलना। हम तो मिलते ही रहते हैं। चुनाव आने वाला है। क्षेत्र वगैरह का भी आइडिया लोगों से लेते हैं। पटना में रहने पर रोज पार्टी ऑफ‌िस आते रहेंगे। कार्यकर्ताओं से मिलते रहेंगे। बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी के साथ पार्टी कार्यालय के कर्पूरी सभागार में मुख्यमंत्री ने पार्टीजनों से मुलाकात की। सबको समय दिया, सबको धैर्यपूर्वक सुना। कोई अपने लिए तो कोई किसी अपेक्षित के लिए टिकट की पैरवी कर रहा था। बहुत ऐसे भी जो नीतीश कुमार से मूर्ति अनावरण, उद्घाटन समेत उनके क्षेत्र के अन्य कार्यक्रमों के लिए उनसे समय मांग रहे थे। नीतीश कुमार ने कार्यकर्ताओं से कहा कि सबलोग चुनाव में लगिए। अब कोई सरकारी काम नहीं होगा। मैंने भी सरकारी काम लेना बंद कर दिया है। फिर मौका मिलेगा तब करेंगे। उन्होंने सबसे क्षेत्र में जाने और लोगों को सरकार के कामकाज की जानकारी देने को कहा।

महागठबंधन में दरार !

बिहार विधान सभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। उधर महागठबंधन में एक नई दरार पड़ती दिख रही है। जीतनराम मांझी के बाद अब उपेंद्र कुशवाहा महागठबंधन से अलग हो सकते हैं। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष कुशवाहा ने इसके संकेत दिए हैं कि वो सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। गुरुवार को पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक में कुशवाहा ने इसके संकेत दिए। साथ ही यह खुले तौर पर कहा कि नीतीश कुमार से मुकाबला करने की क्षमता तेजस्वी यादव में नहीं है।

Share.
Exit mobile version