उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद से ही जोड़-तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है अब यूपी के सियासी माहौल में गृह मंत्री अमित शाह की भी एंट्री हो गई है। चुनाव में जाट वोटों को साधने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश की राजधानी दिल्ली में बीजेपी सांसद रमेश वर्मा के घर पर ढाई सौ से ज्यादा जाट नेताओं के साथ बैठक की।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस बैठक में एक तरफ तो जाट नेताओं ने अमित शाह के सामने दो प्रमुख मांगे रखी। दूसरी तरफ अमित शाह ने बाजी पलटने की तैयारी कर ली। अमित शाह ने अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही जयंत चौधरी आरएलडी को इशारों में ही बीजेपी गठबंधन में शामिल करने का ऑफर दे दिया।

बता दें कि जाट नेताओं ने अमित शाह के सामने दो प्रमुख मांगे रखी,जिनमें पहली मांगे थे कि गन्ने का पेमेंट 14 दिन में किया जाए।और दूसरी यह कि जाटों को आरक्षण दिया जाए। इस पर अमित शाह ने कहा है कि जाटों से उनका विशेष जुड़ाव है। और उनकी मांगे उनके दिल में है चुनाव के बाद वहीं पर काम करेंगे।

बैठक में खास बात यह रहा कि अमित शाह ने आरएलडी के जयंत चौधरी को गठबंधन का ऑफर दे दिया। गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक में कहा कि चौधरी चरण सिंह की हम इज्जत करते हैं। उनकी विरासत के लिए हमने पहले भी दरवाजे खोल रखे थे, आगे भी वो चाहेंगे तो उनसे बातचीत के लिए दरवाजे खुले रहेंगे।

वहीं बीजेपी के ऑफर पर जयंत चौधरी की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने ट्वीट कर कहा न्योता मुझे नहीं उन 700 किसान परिवारों को दो जिनके घर आपने उजाड़ दिए हैं।

बैठक के बाद प्रवेश वर्मा ने कहा खुले मन से बात हुई। समाज के लोगों का मानना है कि जयंत चौधरी गलत रास्ते पर चले गए हैं।हम उनसे बात करेंगे। चुनाव के बाद वह वापस आते हैं कि नहीं यह उन्हें तय करना है।

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