सांप देखते ही लोगों के मन में डर बैठ जाता है। लेकिन सांप से जुड़े दो मामलों को लेकर उत्तर प्रदेश रविवार को चर्चा में है। सबसे पहले बात करते हैं बरेली की, जहां एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। जिसे सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। दरअसल, फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र के भोलापुर गांव में आगन में खेलने के दौरान एक साल के मासूम का सामना सांप के बच्चे से हो गया। फिर क्या था बच्चे ने न आव देखा न ताव और सांप के बच्चे को पकड़कर मुंह में डाल लिया और उसे जिंदा ही चबाने लगा। इसके बाद दम घुटने से सपोले की मौत हो गई। सपोला करीब पांच-छह इंच का था। बच्चे की मां ने जब मुंह से पूंछ लटके देखा तो उसके होश होड़ गए। आनन-फानन में उसने सांप को पूंछ पकड़कर बच्चे के मुंह से बाहर निकाला और पिता धर्मपाल अपने एक साल के बच्चे देवेंद्र और 6 इंच लंबे सांप के साथ बरेली के जिला अस्पताल पहुंचा। वहां पहुंचकर उसने इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर हरीश चंद्र को पूरी बात बताई। धर्मपाल ने कहा कि उसके बच्चे ने सांप को निगल लिया था और इसके बाद उसने टेबल पर मृत सांप को रखा। यहां पर इमरजेंसी वार्ड में बच्चे को भर्ती किया गया है। डॉक्टरों के परीक्षण में बच्चे को खतरे से बाहर पाया गया। दो घंटे के इलाज के बाद बच्चे को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। सांप के बच्चे को देखकर डॉक्टर भी हैरान थे। बच्चे का इलाज कर रहे EMO हरिश्चन्द्र का कहना है कि, छह इंच लंबा सपोला होने के कारण बच्चे की जान को भी खतरा था। यदि बाहर नहीं निकालते तो शायद बच्चे का भी दम घुट सकता था और उसकी जान भी जा सकती थी। बच्चा तो सुरक्षित है लेकिन गांव में इस खबर की हर तरफ चर्चा है।

नीलगाय का बच्चा…अजगर का निवाला

बरेली में तो बच्चे ने सांप के बच्चे को मारकर खुद को बचा लिया, लेकिन अमरोहा में विशालकाय अजगर से आगे नीलगाय का बच्चा जिंदगी की जंग हार गया। आदमपुर थाना क्षेत्र के मालीपुरा गांव में गन्ने के खेत में अजगर और नीलगाय के बच्चे का आमना सामना हो गया। एक लंबी लड़ाई के बाद 12 फिट लंबे अजगर ने नीलगाय के बच्चे को अपना निवाला बना लिया। घटना के वक्त वहां मौजूद लड़कियों ने शोर मचाया तो ग्रामीण मौके पर पहुंचे। लेकिन तबतक बहुत देर हो चुकी थी मतलब अजगर नीलगाय के बच्चे को निगल चुका था। ग्रामीणों ने वन विभाग को इसकी जानकारी दी लेकिन घंटों इंतजार के बाद भी वन विभाग की टीम नहीं पहुंची। जिसके बाद खौफ में खड़े ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस की मौजूदगी में अजगर की पूंछ पकड़कर घसीटना शुरू कर दिया और उसे जंगल की तरफ ले जाने लगे लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। जिसके बाद बाद अजगर को गड्ढा खोदकर गंगा किनारे के जंगल में दबा दिया गया।

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