देश को दहलाने की साजिश में दिल्ली तक पहुंचा आईएसआईएस का नापाक आतंकी ने बड़ा कबूलमनामा किया है। धौला कुआं इलाके से गिरफ्तार आतंकी अबू यूसुफ के मंसूबे बेहद खतरनाक थे। आतंकी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को बताया कि अगर वह दिल्ली को दहलाने में सफल हो जाता तो उसका अगला कदम फिदायीन हमला करने का था। पुलिस पूछताछ में अबू यूसुफ ने कबूल किया कि उसने आत्मघाती हमले के लिए शरीर में विस्फोटकों को बांधने वाला बेल्ट भी तैयार कर रखा है। यह जानकारी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के डीएसपी ने मीडिया को दी। उन्होंने कहा अबू यूसुफ दिल्ली के किसी बेहद भीड़भाड़ वाले इलाके में बड़ा धमाका करना चाहता था। इस खुलासे के बाद खुफिया एजेंसियां सकते में हैं। विस्फोटक युक्त जैकेट बरामद करने के लिए यूसुफ के गांव में गहरी छापेमारी चल रही है। अब यूसुफ से इस एंगल से भी पूछताछ चल रही है कि वह अकेले ही आत्मघाती हमला अंजाम देने के प्रयास में था या किसी और को भी इसके लिए तैयार किया गया था।

यूसुफ के हैंडलर हो चुके हैं ढेर

आतंकी अबू यूसुफ सोशल मीडिया के जरिए आईएसआईएस हैंडलरों के संपर्क में आया था और 2010 से पहले सऊदी अरब काम करने के लिए गया था। मोहम्मद मुस्तकिन खान ऊर्फ अब्दुल ऊर्फ यूसुफ ऊर्फ अबू यूसुफ ने पत्नी और बच्चों का पासपोर्ट बनाकर भी रखा था, क्योंकि आईएसआईएस के उसके हैंडलर ने उसे परिवार सहित अफगानिस्तान के खुरासान बुलाने का वादा किया था, लेकिन हैंडलर मारा गया। डीएससी ने बताया, अबू यूसुफ का पहला हैंडलर यूसुफ अल हिंदी सीरिया में मारा गया था। उसका दूसरा हैंडलर अली हुजैफा पाकिस्तानी, पिछले साल खुरासान में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया था। अबू हुजैफा ने उसे खुरासान बुलाने का वादा किया था, पत्नी बच्चों के पासपोर्ट बनवा लिए थे। हुजैफा की मौत के बाद आईएसआईएस खुरासान प्रोविंस का जो नया अमीर नियुक्त हुआ, उसने अबू यूसुफ से कहा कि उसे खुरासान आने की जरूरत नहीं है, भारत में रहकर ही संगठन का काम करे।

ISIS आतंकी का खौफनाक प्लान

डीएसपी ने कहा कि हैंडलर से आदेश के बाद अबू यूसुफ किसी बड़ी घटना को अंजाम देन की फिराक में था, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण लॉकडाउन लगने से उसकी गतिविधियां सिमट गईं। फिर वह 15 अगस्त के आसपास दिल्ली आने वाला था लेकिन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के कारण नहीं आ पाया था। जब उसे लगा कि सुरक्षा व्यवस्था ढीली हो गई होगी तो उसने दिल्ली का रुख किया और शुक्रवार रात को धौला कुआं इलाके से मुठभेड़ में दबोचा गया। अबू यूसुफ उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के उतरौला थाना क्षेत्र के बढ़या भैंसाही गांव का रहने वाला है। परिवार में उसकी पत्नी और चार बच्चे हैं। गांव मे इसकी कॉस्मेटिक की एक दुकान है। पुलिस के मुताबिक, आतंकवादी के पास से प्रेशर कुकर से बना आईईडी बरामद हुआ है, जिसके वजन की फिलहाल जानकारी नहीं मिली है। इसके अलावा, एक सॉफिस्टिकेटड पिस्टल, चार कार्टेज, एक मोटरसाइकिल मिली जो चोरी की हो सकती है। डीएसी ने कहा, उसने खुद ही आईईडी तैयार करना सीख लिया था। उसने दिसंबर के आसपास आईडी बना लिया था और अपने गांव के कब्रिस्तान के पास छोटे स्तर पर टेस्ट भी किया था। उसके पास से मिली आईईडी भी उसी ने बनाई या किसी दूसरे ने, इसका पता लगाया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक राम मंदिर भूमि पूजन के बाद एक महीने के भीतर आतंकी हमला करने की योजना थी। राम मंदिर, सीएए उपद्रव में उपद्रवियों से वसूली, संपत्तियों की कुर्की के नए क़ानून और यूपी एनकाउंटर में मारे गए अपराधियों का बदला लेने की तैयारी थी। अयोध्या के सभी प्रवेश द्वारों पर सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। हर आने-जाने वालों से पूछताछ की जा रहा है। अयोध्या आम दिनों में भी सुरक्षा की दृष्टि से बेहद ही सतर्क रहती है। शहर की संवेदनशीलता को देखते हुए बड़ी संख्या में सुरक्षाबल अयोध्या में तैनात रहते हैं।

पुलिस की थी नजर

डीएसपी ने बताया कि अबू यूसुफ और उसके संपर्क में रहने वालों पर पुलिस पिछले एक साल से नजर रख रही थी। उन्होंने कहा, अगला आदेश उसे आत्मघाती हमला करने का मिला था। जब यहां सफल हो जाता तो यह आत्मघाती हमलावर बनने के लिए बेल्ट तैयार कर रखा था। उन्होंने कहा कि दिल्ली के किस इलाके में किस एरिया में धमाका करना चाहता था, इसकी पूछताछ हो रही है। उसके पास से कितनी मात्रा में विस्फोटक मिला है, इस सवाल के जवाब में डीएसपी ने कहा, एनएसजी को बुलाया गया था, वही रिपोर्ट देगी कि कितनी मात्रा में विस्फोटक था। हालांकि अबू यूसुफ को अभी 8 दिन के पुलिस कस्टडी रिमांड में लिया गया है।

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