नई दिल्ली: बैंक को हज़ारों करोड़ का चूना लगाने वाले भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को भारत लाने के लिए सरकार पुरजोर कोशिश कर रही है। हालांकि उसके प्रत्यर्पण में काफी परेशानी भी हो रही है. मेहुल चोकसी को लेकर डोमिनिका की अदालत ने सुनवाई को फिलहाल के लिए ताल दी है। ऐसे में मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण के लिए तमाम इंतजाम के साथ डोमिनिका गई अधिकारियों की टीम को खाली हाथ लौटना पड़ा, यहाँ तक कि उसको लाने के लिए भेजा गया विशेष विमान भी वापस आ रहा है।

मेहुल चोकसी का लाने का खर्च:
भगोड़े मेहुल चोकसी को वापस भारत लाने के लिए भारत सरकार पूरी ताकत लगा रही है ताकि उसे वापस लाया जा सके, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद उसे लाया नही जा सका। उसका भारत आना कई लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। वहीं मेहुल चोकसी को वापस लाने के लिए सरकार की तरफ से बॉम्बार्डियर ग्लोबल जेट 500 को भेजा गया है। दरसल यह विशेष विमान कतर एयरवेज का है। जिसका एक घंटे का किराया 9 लाख है। वहीं एंटीगुआ जाने में 1.35 करोड़ खर्च हुआ है।

वापस लौट विमान:
दरसल मेहुल चोकसी को प्रत्यर्पण के बाद भारत वापस लेने के लिए पिछले 28 मई को विशेष विमान गया था, लेकिन प्रत्यर्पण में हो रही परेशानी के कारण डोमिनिका भेजे गए विशेष विमान को वापस बुला लिया गया। यह विमान अपने साथ लेकर गए अधिकारियों के साथ वापस लौट चुका है।

भारत को कोर्ट में क्या करना है साबित
दरसल मेहुल चोकसी को लेकर डोमिनिका की अदालत में भारत को यह साबित करना है कि मेहुल चोकसी अभी भी भारत का नागरिक है, उसकी भारत के अंदर नागरिकता खत्म नही हुई है। उसने एन्टीगा की नागरिकता लेने से पहले भारत की नागरिकता नहीं छोड़ी है। उसने अवैध तरीके से एंटिगा की नागरिकता हासिल की है।

क्या-क्या सबूत है?
भारत से डोमिनिका गए अधिकारियों ने अपने साथ मेहुल चोकसी के आधार कार्ड, पैन कार्ड और राशन कार्ड को साथ में लिया है। अधिकारियों की पूरी टीम और भी दूसरे सबूतों को लेकर गई है जिससे यह पुष्टि हो सके कि वो अभी भारत का नागरिक है।

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