Mohammed Zubair: विदेश मंत्रालय ने अल्ट न्यूज के सह संस्थापक मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तारी पर जर्मनी की आलोचना को खारिज कर दिया हैं। फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तारी को लेकर जर्मनी ने भारत पर सवाल उठाए। मंत्रालय का कहना है कि यह भारत का आंतरिक मामला है और इस संबंध में तथ्यहीन विचार व्यक्त करने से बचना चाहिए। आलोचना को खारिज करते हुए कहा गया कि देश की न्यायपालिका की स्वतंत्रता सर्वविदित हैं और तथ्यों को जाने बिना की गई टिप्पणी अनुपयोगी होती हैं। इससे बचना चाहिए।

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अपने आप में आंतरिक मुद्दा है

जर्मनी के विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने जुबैर के खिलाफ पुलिस की कार्यवाही के संदर्भ में कहा कि पत्रकार जो कहते हैं और लिखते हैं उसके लिए उन्हें सताया नहीं जाना चाहिए और जेल में बंद नहीं करना चाहिए। इस पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। बागची का कहना है कि यह अपने आप में आंतरिक मुद्दा है और मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि मामले में न्यायिक प्रक्रिया चल रही है।

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बागची ने आगे कहा कि मैं नहीं समझता कि यह मेरे लिए या किसी अन्य के लिए उस मामले पर टिप्पणी करना उचित होगा जो अदालत में लंबित हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत की न्यायपालिका और कानून व्यवस्था पूरी तरह से स्वतंत्र और सक्षम हैं। इस संबंध में तथ्यहीन टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए। अल्ट न्यूज वेब पोर्टल के सह संस्थापक जुबैर पर एक विवादास्पद ट्वीट और विदेशी चंदा नियमन कानून की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया हैं। उनके खिलाफ यूपी के सीतापुर में एक मामला दर्ज हैं, जिस सिलसिले में वह न्यायिक हिरासत में है।

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