NEW DELHI: टोक्यो ओलंपिक में हॉकी पुरुष टीम ने 41 साल बाद सेमीफाइनल में जगह बनाई। जबकि महिला टीम पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची है। टीम के सेमीफाइनल में पहुंचने पर सभी लोगों ने बधाई दी लेकिन ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की बधाई और खुशी सबसे अलग थी। उन्होंने 1 अगस्त को टीम के क्वार्टर फाइनल जीतने पर लिखा-बहुत अच्छा खेले..#Tokyo2020 पर ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में शानदार जीत दर्ज करने पर भारतीय पुरुष हॉकी टीम को बधाई। टीम अपनी गति जारी रखे और देश के लिए बहुप्रतीक्षित पदक लाए। टीम को शुभकामनाएं। सीएम नवीन का रिश्ता हॉकी से बहुत पुराना है। उन्होंने हॉकी को बढ़ावा देने के लिए राज्य में बहुत संघर्ष किये हैं।

कहा जाता है कि जब किसी ने हॉकी खेल को बढ़ावा नहीं दिया था तब सीएम नवीन ने ही हॉकी की नईयां संभाली थी। साल 2018 में सहारा ने भारतीय हॉकी टीमों को प्रायोजित करने से इंकार कर दिया था। तब सीएम नवीन पटनायक सरकार ने पांच साल के लिए पुरुष और महिला दोनों राष्ट्रीय टीमों को प्रायोजित करने के लिए 2018 में हॉकी इंडिया के साथ 100 करोड़ के समझौते पर हस्ताक्षर किये थे। उस वक्त सीएम नवीन के फैसले की काफी आलोचना भी हुई थी। आलोचकों ने कहा था कि उड़ीसा जैसा राज्य जो आने दिन बाढ़ और प्राकृतिक आपदाओं से घिरा रहता है वो कैसे 100 करोड़ रुपये का योगदान दे पाएगा।

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अब 3 साल बाद यानी 2021 में टीम की जीत के बाद नवीन पटनायक का ये फैसला रंग लाया। ओडिशा सरकार ने सभी अखबारों में विज्ञापन छपवा कर कहा है-हॉकी इंडिया के साथ भागीदारी करके ओडिशा को गर्व है…गर्व का मौका भी है..क्योंकि हॉकी की महिला और पुरुष दोनों टीमें ही सेमीफाइनल में पहुंची है। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने  प्रायोजित राशि भी 100 करोड़ से बढ़ाकर 150 कर दी। मुख्यमंत्री नवीन का मानना है कि खेल में निवेश युवाओं में निवेश है जो आगामी भारत की नींव रखते हैं..इस मंत्र ने ओडिशा का ध्यान हॉकी पर केंद्रित कराया है।

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