नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर ईस्ट सीट से मौजूदा विधायक हैं, जबकि शिरोमणि अकाली दल ने उनके खिलाफ पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को मैदान में उतारा है। नवजोत सिंह सिद्धू उस वक़्त हैरान में पड़ गए जब उनकी सीट पर उन्हें टक्कर देने के लिए अकाली दल ने बिक्रम सिंह मजीठिया को अपनी सीट मजीठा के अलावा अमृतसर ईस्ट से भी मैदान में उतारा।
सिद्धू ने शुक्रवार को सुबह 11:15 बजे अपना नामांकन दाखिल किया। सिद्धू हैरान में तब पड़ गए जब मजीठिया ने भी शुक्रवार को इसी सीट से नामांकन दाखिल किया। आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू एक नए विवाद का केंद्र बन गए हैं। पंजाब में अमृतसर ईस्ट की यह सीट अब हाई प्रोफाइल सीट बन गई है। यहां से राज्य के दो दिग्गज नेता अब आमने-सामने आर पार की लड़ाई में हैं। कांग्रेस के पंजाब प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को यह सीट से चुनौती देने के लिए अकाली दल ने बिक्रम मजीठिया को मैदान में उतारा है। इस सीट पर जो जीतेगा वही पंजाब का नया सिकंदर बनेगा। ग़ौर करने वाली बात है कि दोनों दिग्गज नेता के बीच व्यक्तिगत रंजिश से मुकाबला और दिलचस्प हो गया है।
पुरे देश इ इस वक़्त सर्दी का मौसम है लेकिन जैसी सियासी गर्मी पंजाब की अमृतसर ईस्ट सीट पर है वैसी कहीं नहीं दिख रही। यहां मामला अब सिर्फ चुनावी नहीं है बल्कि व्यक्तिगत रंजिश का बन गया है। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अमृतसर ईस्ट से नामांकन भरा तो पहला निशाना अकाली दल नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ही थे। सिद्धू ने मजीठिया को कहा कि दम तो है अकेले इस सीट से चुनाव लड़ें।
यह भी पढ़े : Punjab Elections 2022 : आप के राघव चड्ढा ने पंजाब के मुख्यमंत्री पर कसा तंज कसा
मजीठिया से सिद्धू की रंजिश पुरानी
इन दिनों विधान सभा चुनाव में बिक्रम मजीठिया के निशाने पर सिर्फ और सिर्फ सिद्धू ही हैं। मजीठिया ने सिद्धू को कई बार जोकरों का जोकर बताया है। लेकिन मालूम हो कि 2012 में नई सीट बनने के बाद से इस सीट पर सिद्धू और उनके परिवार वालो का ही कब्जा है। इससे पहले 2017 में नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीते थे तो इससे भी पहले 2012 में नवजोत कौर यानी सिद्धू की पत्नी बीजेपी की टिकट पर इस सीट से चुनाव जीतीं थी। लेकिन इस बार अब इसी सीट पर मजीठिया सिद्धू को कड़ी टक्कर देते दिख रहे है। पूरी दुनिया है कि मजीठिया से सिद्धू की रंजिश पुराना है। अक्सर सिद्धू को खुलकर बोलते देखा गया हैं कि मजीठिया ने उनके मंत्री बनने का रास्ता रोका था।
मालूम हो कि पंजाब में एक ही चरण में 20 फरवरी को मतदान होना है, जिसके नतीजे 10 मार्च को आएंगे।
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें।आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो पर सकते हैं।