अयोध्या (Ayodhya) में श्रीराम जन्मभूमि पर बनने वाले मंदिर में रामलला के भक्त दिसंबर 2023 से आराध्य प्रभु श्री राम का दर्शन कर सकेंगे। मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों का कहना है कि रामलला 2023 तक गर्भगृह में विराजमान हो जाएंगे। इसके बाद भक्त आराध्य प्रभु श्री राम का दर्शन कर सकेंगे। हालांकि, मंदिर से जुड़े बाकी काम 2025 तक पूरे होंगे।

दरअसल में 9 नवंबर 2019 को अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक निर्णय के बाद 5 अगस्त 2020 को अयोध्या में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री ने अपने हाथों मंदिर का भूमि पूजन संपन्न कराया था। श्रद्धालुओं में राम मंदिर दर्शन करने को लेकर इतना उत्साह अभी से है कि श्रद्धालु कार्यशाला में लगे मंदिर के मॉडल का दर्शन करने भी बड़ी संख्या में उमड़ रहे हैं।

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गौरतलब है कि राम मंदिर ट्रस्ट की अयोध्या में हुई बैठक में यह तय हुआ है कि 2023 तक दर्शनार्थियों के लिए नवनिर्मित मंदिर के द्वार खोल दिए जाएंगे और दर्शन पूजन शुरू हो जाएगा। यही नहीं 2025 समाप्त होते-होते पूरे 70 एकड़ के राम जन्मभूमि परिसर को पूरी तरह विकसित कर लिया जाएगा। साथ ही मंदिर परिसर में एक संग्राहलय, डिजिटल आर्काइव और शोध केंद्र की भी व्यवस्था की जाएगी। म्यूजियम और आर्काइव के माध्यम से श्रद्धालु अयोध्या और राम मंदिर के इतिहास के बारे में जान सकेंगे।

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Rupesh Ranjan is an Indian journalist. These days he is working as a Independent journalist. He has worked as a sub-editor in News Nation. Apart from this, he has experience of working in many national news channels.

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