यूपी में एक बार फिर से सियासत गर्मा गई है और वो भी किसी घटना की वजह से नहीं बल्कि शौचालय को लेकर जी हां आप सही पढ़ रहे हैं। यूपी में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने टॉयलेट में लगे समाजवादी पार्टी के झंडे के रंग के टाइल्स को देखकर वो हंगामा काटा जिससे सियासी सरगर्मी बढ़ गई।टॉयलेट में सपा के झंडे के कलर को देखकर सपा के नेताओं का पारा चढ़ गया। ये पूरा विवाद सीएम योगी के गढ़ गोरखपुर का है। जहां पर ललित नारायण मिश्र रेलवे चिकित्सालय के अंदर टॉयलेट में समाजवादी पार्टी के झंडे के कलर के टाइल्स लगे होने पर सपा ने विवाद खड़ा कर दिया।
सपा ने इस टॉयलेट का फोटो भी ट्वीट करते हुए जमकर गुस्सा निकाला है और इसे राजनीतिक साजिश बताया है। इसके साथ ही सपा कार्यकर्ताओं ने पूर्वोत्तर रेलवे के जीएम कार्यालय में प्रदर्शन करते हुए शिकायत दर्ज भी कराई है। इतना ही नहीं सपाइयों ने अधिकारियों को 24 घंटे के अंदर टाइल्स को हटाने की चेतावनी तक दे डाली है। उन्होंने कहा कि, अगर 24 घंटे के अंदर ये टाइल्स नहीं हटे तो वो इसे खुद ही उखाड़ देंगे और आंदोलन करेंगे। इसके साथ ही मामले को बढ़ता हुआ देख सपा के पूर्व नगर सचिव आफताब अहमद ने घटना स्थल का दौरा करते हुए इसे उपचुनावों में मुद्दा बनाते हुए बीजेपी को घेर लिया है। उन्होंने कहा कि, भाजपा सपा को बदनाम करने के लिये यह सब कुछ कर रही है। सपा के कार्यकर्ता ने कहा कि, इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसके साथ ही मामले पर पूर्वोत्तहर रेलवे के अधिकारी शांत हैं और इसे इसे स्वच्छ भारत मिशन का हिस्सा बता रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, ये टाइल्स कई साल पुराने हैं। हमें साफ सफाई रखनी है न कि, किसी राजनैतिक दल पर राजनीति करना है। पूर्वोत्तर रेलवे के इस बयान से सपा कार्यकर्ता शांत होते हुए नहीं दिख रहे हैं।