वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे का काम जारी है। जानकारी के मुताबिक सर्वे करने वाली टीम ने लगभग 65 प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया है। बता दें की ज्ञानवापी सर्वे के तीसरे दिन छत और गुम्बद की वीडियोग्राफी की गई थी।

बीते दिनों तहखाने के पांच कमरों का सर्वे किया गया था। सर्वे के बाद हिंदू पक्ष ने दावा किया कि सारे साक्ष्य हमारे पक्ष में हैं। तहखानों के मूर्तियों के भग्नावशेष मिले हैं। हिंदू पक्ष ने कहा कि तहखाने में शरारती तत्वों ने मिट्टी भर दी थी उसे साफ किया गया। तहखाने में टूटे लिंग मिले हैं। बता दें की लिगायत समाज में काशी में लिंग दान का प्रचलन है।

आपको ये भी बता दें की अबतक 5 तहखानों में से 4 का सर्वे कंप्लीट हो चुका है, सर्वे के लिए बस एक तहखाना बचा है। 17 मई तक सर्वे का काम पूरा करके कोर्ट में रिपोर्ट पेश की जानी है। वहीं बीते दिन सर्वे के दौरान मस्जिद के पास के तालाब पर विवाद खड़ा हो गया था। मामले में हिन्दू पक्ष के लोग तालाब का पानी निकालने कि बात कर रहे है तो वहीं दूसरी तरफ मस्जिद कमेटी ने पानी निकालने का विरोध किया है।जिस कारण से दोनों पक्षों के बीच विवाद छिड़ गया है।

ज्ञानवापी के सर्वे को लेकर जम कर राजनीति भी हो रही है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने हालातों को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू पर निशाना साधा। गिरिराज सिंह ने कहा कि तुष्टीकरण की राजनीति के लिए काशी, मथुरा और अयोध्या को नेहरू ने विवादित रखा। वहीं दूसरी तरफ इस सर्वे को लेकर संघ के नेता इंद्रेश कुमार ने कहा कि सच सामने आना ही चाहिए। इंद्रेश कुमार ने कहा कि लोग ताजमहल , ज्ञानवापी मस्जिद, कृष्ण जन्मभूमि की सच्चाई जानना चाहते हैं। अदालत को सच्चाई का पता लगाने में मदद करनी चाहिए।

वहीं इस विवाद के बीच ज्ञानवापी मस्जिद और भगवान विशेश्वरमंदिर के बीच चल रहे जमीन विवाद को लेकर आज दोपहर 2 bje इलाहाबाद हाई कोर्ट में अहम सुनवाई होगी। इस सुनवाई में ये तय होगा कि जमीन विवाद को लेकर 31 साल पुराने मुकदमे पर सुनवाई हो सकती है या नही।

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