सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी किसान अपने आंदोलन पर डटे हुए हैं । जब तक कानून वापस नहीं होंगे वह घर वापस नहीं होंगे इसी क्रम में आज उन्होंने कृषि कानून के प्रतियां जलाकर लोहड़ी का त्यौहार मनाया । सिंधु बॉर्डर पर किसान नेताओं ने आगे की रणनीति को लेकर बैठक की और एक लाख कॉपियां जलाकर त्यौहार को भी मनाया। आगामी गणतंत्र दिवस को दिल्ली में किसानों के ट्रैक्टर परेड को लेकर जोरदार प्रदर्शन की तैयारी में किसान संगठन लगे हुए हैं ।26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड में शामिल होने वाले किसानों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाना भी शुरू कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर किसान नेता असंतुष्ट होते हुए अपने आंदोलन को और तेज करने में लगे हुए हैं । वहीं सरकार के साथ लगातार वार्ता कर रहे किसान संगठनों के नेता को वार्ता के बाद अगली तारीख मिलती है 15 जनवरी को सरकार के साथ होने वाली बैठक में कानून वापस लेने की बात को लेकर एक बार फिर वार्ता करेंगे।

18 जनवरी को महिला किसान दिवस 30 जनवरी को गुरु गोविंद सिंह जयंती मनाने और 23 जनवरी को राज्य भवनों पर जोरदार प्रदर्शन का ऐलान किसान नेता कर चुके हैं । वही 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड का कार्यक्रम बिल्कुल तय है। इससे पूर्व 8 जनवरी को किसान संगठन ने दिल्ली के चारों तरफ से गुजरने वाली एक्सप्रेस हाईवे पर ट्रैक्टर रैली निकालकर शक्ति प्रदर्शन भी किया था ।सिंधु बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव पहुंचे वहां पर किसान संगठनों से बातचीत करते हुए उनके 26 जनवरी के ट्रैक्टर परेड कार्यक्रम की जानकारी को लेकर बातचीत की । मगर अभी तक किसान संगठनों ने अपनी पूरी कार्यक्रम की योजना नहीं बताई है ,हालांकि पुलिस बता रही है कि अगर परेड को रोका जाएगा तो कैसे इन सभी बातों को लेकर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी।

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