देश का दुश्मन आतंकी यूसुफ शनिवार को दिल्ली से दबोचा गया। लेकिन खतरा भी टला नहीं है। पुलिस हर एंगल से जांच में जुटी हुई है। आतंकी के साथियों की तलास जारी है तो आतंकी के यूपी से जुड़े तारों को भी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल खंगाल रही है। इस दौरान दिल्ली पुलिस और यूपी एटीएस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद से अब्दुल युसूफ सबको गुमराह करता रहा था। रविवार को पता चला कि उसका असली नाम मुस्तकीम है और बलरामपुर के बढय़ा गांव में रहने वाले कफील खान का बेटा है। मुस्तकीम के गांव में तलाशी के दौरान पुलिस को बड़ी मात्रा में विस्फोटक के साथ फिदायीन हमले के लिए तैयार की गई जैकेट भी मिली है। पुलिस को यूसुफ के घर से आईएस का झंडा, ऐम्पीयर मीटर, भारी मात्रा में बारूद, स्टील बॉल समेत कई ऐसे सामान मिले हैं जिन्हें विस्फोटक बनाने में प्रयोग किया जाता है।

शुकवार को दबोचा गया आतंकी

दिल्ली और यूपी को दहलाने का मंसूबा पालने वाले संदिग्ध आतंकी मोहम्मद मुस्तकीम खान उर्फ अबू यूसुफ को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शुक्रवार देर रात एक मुठभेड़ के बाद धौला कुआं और करोल बाग के बीच सेंट्रल दिल्ली के रिज रोड एरिया से दबोचा और उसकी विस्फोट करने की साजिश नाकाम कर दी। अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) के एक संदिग्ध आतंकी मुस्तकीम को दो प्रेशर कुकुर आईईडी विस्फोटकों के साथ गिरफ्तार किया गया था। यूसुफ ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि उसकी अयोध्या में राममंदिर शिलान्यास के एक महीने के भीतर आतंकी हमला करने की योजना थी। यूसुफ लोन वुल्फ अटैक करने के लिए दिल्ली के कई इलाकों में रेकी कर चुका था। वह 15 अगस्त के आसपास भीड़ वाले इलाकों में हमले करने की भी फिराक में था, लेकिन कड़ी सुरक्षा होने की वजह से नाकाम रहा। कबूलनामे में यूसुफ ने बताया कि अगर वह दिल्ली में धमाका करने में सफल हो जाता तो उसका अगला कदम आत्मघाती हमला करने का था। उसने यह भी बताया कि आत्मघाती हमले के लिए शरीर में विस्फोटकों को बांधने वाला बेल्ट भी तैयार कर रखा है। हालांकि, उसने यह नहीं बतया कि आत्मघाती हमले कब और कहां करना था। अबू यूसुफ पिछले कई सालों से आईएसआईएस से जुड़ा हुआ था। लिहाजा उसे भी भारत में हमला करने के आदेश मिले। हमले की तैयारी के दौरान उसने दिसंबर में ही करीब 15 किलो वजन की दो प्रेशर कुकर आईईडी बना ली थी। इसका परीक्षण करने के लिए यूपी के बलरामपुर में अपने घर के पास स्थित कब्रिस्तान में धमाका किया था। इसके कामयाब होने के बाद ही उसने बड़े बम बनाए।

आतंकी के परिवार से पूछताछ

दिल्ली में पकड़े गए अबु यूसुफ उर्फ मुस्तकीम का नेटवर्क खंगालने में उत्तर प्रदेश एटीएस के साथ दिल्ली पुलिस रात भर जुटी रही। दिल्ली पुलिस और यूपी एटीएस के अधिकारी उतरौला में ही डेरा डाले हैं। इस दौरान मुस्तकीम की पत्नी, पिता, भाई व बच्चों से पूछताछ की है। उसकी निशानदेही पर उतरौला नगर से उठाए गए लोगों से भी पूछताछ जारी है। दूसरी तरफ गांव पूरी तरह सील है। उसकी हकीकत जानने के बाद ग्रामीण भी हैरान रह गए। उतरौला क्षेत्र के बढय़ा भैसाही गांव निवासी आतंकी दो साल से मनिहारी का वेश बनाकर बारूद का ढेर बिछा रहा था। हासिमपारा बाजार में कास्मेटिक की दुकानों की आड़ में आतंक की जड़े गहरी हो रही थी। हैरानी की बात यह है कि स्थानीय पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। अब आपको विस्तार से बताते हैं आतंकी के परिजनों से पूछताछ के बाद पुलिस को क्या-क्या विस्फोटक बरामद हुआ। तो आतंकी के घर से एक लेदर बैल्ट, दो जैकेट जिसमें अलग-अलग पॉकेट वाली जैकेट में बम रखने की सुविधा थी इसके अलावा 9 किलो विस्फोटक बारूद, 3 सिलेंड्रिकल मेटल बॉक्स, टारगेट प्रेक्टिस के लिए वुडन कार्ड, आईएसआईएस का एक झंडा और 30 से ज्यादा बॉल बियरिंग बरामद किए गए हैं। अबु यूसुफ उर्फ मुस्तकीम का गांव के कुछ घरों आना-जाना ज्यादा था। यह बात सामने आने पर उत्तर प्रदेश एटीएस और पुलिस ने इस घरों में भी तलाशी ली। यहां से कुछ दस्तावेज और कुछ लोगों के मोबाइल कब्जे में ले लिए हैं।

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