केंद्र सरकार द्वारा लागू किये गए कृषि कानूनों के विरोध में देश भर के किसानो का कड़ा प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। किसानों अपने आंदोलन के जरिये लगातर बस एक ही बात की मांग कर रहे हैं और इतना कुछ होने के बावजूद भी अपनी मांग पर अडिग हैं कि केंद्र सरकार अपने द्वारा बनाये गए कानूनों को वापस ले। जहां कुछ लोग इस आंदोलन को गलत बता रहे हैं तो वहीं कुछ राजनीतिक दल ऐसे भी हैं जो किसानों के इस आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं। इसी बीच केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने किसान आंदोलन में कुछ विपक्षी राजनीतिक दलों को आड़े हाथों लिया है।

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विपक्षी दलों पर तीखा वार करते हुए कहा कि – किसान आंदोलन में कूदे विपक्षी दलों का दोहरा और शर्मनाक रवैया सामने आया है। ये दल अपना राजनीतिक वजूद बचाने के लिए आंदोलन के साथ आए हैं। विपक्ष दलों का काम सिर्फ मोदी सरकार का विरोध करना ही रह गया है। कांग्रेस ने खुद अपने 2019 के चुनावी घोषणा पत्र में कृषि से जुड़े APMC एक्ट को समाप्त करने की बात कही थी। इन्होंने अंग्रेजी के घोषणा पत्र में लिखा कि APMC एक्ट को Repeal (भंग) करेंगे लेकिन दोहरा चरित्र यहां सामने आता है कि इन्होंने हिंदी के घोषणा पत्र में लिखा है कि इस कानून में संशोधन करेंगे, जो कि हम कर रहे हैं।

रविशंकर प्रसाद ने तंज कस्ते हुए कहा कि – हम विपक्षी दलों, विशेषकर कांग्रेस, NCP और उनके सहयोगी दलों के शर्मनाक दोहरे चरित्र को देश के सामने बताने आए हैं। जब इनका राजनीतिक वजूद खत्म हो रहा है तो अपना वजूद बचाने के लिए ये किसी भी विरोधी आंदोलन में शामिल हो जाते हैं। जो हमने किया, यूपीए की सरकार भी वही कर रही थी। किसान आंदोलन के नेताओं ने साफ-साफ कहा है कि राजनीतिक लोग हमारे मंच पर नहीं आएं। हम उनकी इन भावनाओं का सम्मान करते हैं लेकिन ये सभी कूद रहे हैं, क्योंकि इन्हें बीजेपी और नरेंद्र मोदी का विरोध करने का एक और मौका मिल रहा है।

Share.
Exit mobile version