योगी सरकार का दूसरा कार्यकाल शुरु हो चुका है। कैबिनेट में इस बार दलित ओबीसी के साथ-साथ मुस्लिम चेहरे को भी तरजीह दी गई है। लेकिन पहले कार्यकाल में मुस्लिम चेहरे रहे मोहसिन रजा को इस बार कैबिनेट में जगह नहीं मिल सकी है। बीजेपी ने मोहसिन रजा की जगह दानिश आजाद अंसारी को मंत्री बनाया है। दानिश ने योगी सरकार में राज्य मंत्री की शपथ ली है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर क्या वजह रही होगी कि योगी कैबिनेट से मोहसिन रजा की छुट्टी कर दी गई है? और कौन है दानिश रजा? जिनके काम से खुश होकर योगी सरकार में उन्हें मंत्री बनाया गया है।

बता दें कि योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में मुस्लिम चेहरे के तौर पर शामिल किए गए राज्य मंत्री दानिश आजाद छात्र राजनीति से आए हैं और बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश महासचिव है। पूर्वांचल के बलिया से आने वाले दानिश आजाद मुस्लिम ओबीसी के अंसारी जाति से आते हैं।

बता दें कि दानिश आवाज लंबे समय से राजनीति में सक्रिय हैं लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र राजनीति से अपनी राजनीतिक पारी शुरू करने वाले दानिश आजाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में विभिन्न पदों पर रहे। सूबे में 2017 में भाजपा सरकार आने के बाद उन्हें इस भाषा समिति का सदस्य बनाया गया। आजाद लगातार अल्पसंख्यक समाज और युवाओं में अपनी सक्रियता बनाए हुए हैं।

बता दें कि मोदी सरकार के बनने के बाद से बीजेपी का फोकस मुस्लिम पसमांदा जाती पर है, जिसके लिए मोहसिन रजा की जगह दानिश अबरार को लाया गया है। मोहसिन रजा शिया और मुस्लिम स्वर्ण जाति से आते हैं। जबकि दानिश मुस्लिम ओबीसी के अंसारी समुदाय से आते हैं। यूपी में मुस्लिम में सबसे बड़ी आबादी अंसारी समुदाय की है लेकिन सत्ता में भागीदारी उनकी आबादी से कम है ऐसे ही पसमांदा समुदाय की दूसरी जातियों की जगह मुस्लिम समुदाय की स्वर्ण जातियां शेख, पठान, सैयद मुस्लिम राजपूत और मुस्लिम त्यागी हावी है। ऐसे में बीजेपी की नजर ओबीसी मुस्लिम समुदाय पर है, जिन्हें साधने के लिए तमाम कवायद कर रही है।

क्यों हुई मोहसिन रजा की छुट्टी

बता दें कि योगी सरकार के कैबिनेट से मोहसिन रजा की छुट्टी इसलिए कर दी गई है क्योंकि बीते 5 साल से मंत्री रहते हुए मोहसिन रजा कोई खास कमाल नहीं दिखा सके। राजनीतिक जानकारों की मानें तो मोहसिन रजा आपने शिया समुदाय को भी बीजेपी के साथ जोड़े रखने में कामयाब नहीं रहे। इसका नतीजा है कि बीजेपी लखनऊ में एक सीट अपनी गवा दी। जबकि मोहसिन रजा खुद भी लखनऊ के हैं।

मोहसिन रजा मुस्लिम समुदाय के बीच बीजेपी के लिए सियासी आधार मजबूत करने के बजाय बयानबाजी करते रहे। इस बार के चुनाव में मुस्लिम का 85 फीसदी वोट सपा को गया है, जो अब तक के इतिहास में सबसे ज्यादा है।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें।आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो पर सकते हैं

Share.
Exit mobile version