प्रधामनंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल को 8 साल हो गए हैं। 2014 में पीएम मोदी जिस मुद्दे को लेकर सत्ता में आए थे उनमें से एक मुद्दा ‘गंगा की सफाई’ का भी था। पीएम मोदी ने गंगा की सफाई के लिए मिशन ‘नमामि गंगे’ बनाया था। इस मिशन के तहत कई सौ करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। पीएम मोदी के इस ‘नमामि गंगे’ की सफाई-मिशन को कुछ लोग आगे बढ़ा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में नमामि गंगे के स्वयंसेवक और कुछ अन्य संस्थानों के सदस्य दशाश्वमेध घाट पर साफ-सफाई का काम कर रहे हैं। लोगों ने कहा कि वे प्रधानमंत्री मोदी के ‘नमामि गंगे मिशन’ को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं, आने वाले दिनों में वे इसे और आगे बढ़ाएंगे। उनका कहना है कि वे लोगों में इसके लिये जागरुकता लाने का काम करेंगे ताकि गंगा साफ रहे।

नमामि गंगे के स्वयंसेवक रोहित यादव ने बताया कि वे लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन को आगे बढ़ाने का काम करेंगे और गंगा सफाई अभियान को और आगे बढ़ाएंगे। गंगा के सफाई करने वाले स्वयंसेवकों ने बताया कि अपने इस अभियान के अंतर्गत वे लोगों में इस जागरूकता फैलाएंगे कि लोग गंगा में प्लास्टिक आदि जैसे चाजों को न फेंके।

वहीं अभी भी कुछ जानकारों का कहना है कि गंगा पर इतने खर्च होने के बाद भी गंगा अभी साफ नहीं हुई हैं। गंगा में अभी भी नालों के पानी जाने पर रोक नहीं लगाई गई है और गंगा की सतह पर उतराने वाली सामग्री (फूल माला आदि) की सफाई का काम भी ठीक से नहीं किया जा रहा है।

Share.
Exit mobile version