उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कुपोषित बच्चों और महिलाओं की सेहत को लेकर गंभीर हैं। शुक्रवार को उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पोषण मिशन के कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई लाभार्थियों से सीधी बातचीत की। इस दौरान योगी सरकार ने एक विशेष योजना ऐलान किया। इस योजना के तहत कुपोषितों को गाय मुहैया कराई जाएंगी. साथ ही गाय के भरण-पोषण के लिए भी भुगतान किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे कुपोषित बच्चों के अभिभावक जिनको दूध लेने में परेशानी हो रही है, उन्हें गोशाला में बंद ऐसी गाय जो दूध देने वाली हैं, दी जाएं और साथ ही उन्हें 900 रुपया भी दिया जाए। यह व्यवस्था माननीय मुख्यमंत्री निराश्रित/बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना के तहत की जाएगी। सीएम के कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों के चेहरे की हवाइयां उड़ रही। सीएम योगी ने सभी विभागों के अफसरों और डीएम को निर्देश दिए कि वह कुपोषित बच्चों के पहचान से लेकर उनकी सेहत में सुधार आने तक के लिए तय कार्ययोजना की स्वयं मॉनीटरिग करें।

‘उत्तम पोषण-उत्तर प्रदेश रोशन’

समीक्षा के दौरान सीएम योगी ने अधिकारियों को बच्चों के साथ कुपोषित मां को भी लाभ देने को कहा है। कुपोषित परिवारों के बेरोजगार लोगों को राज्य सरकार संचालित योजनाओं के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला स्तर पर कार्यक्रम की साप्ताहिक और मंडलायुक्तों को पाक्षिक समीक्षा करने का जोर दिया। लापरवाही पर सीएम योगी सख्त हैं यहीं वजह है कि उन्होंने समीक्षा की रिपोर्ट विभाग के साथ मुख्यमंत्री कार्यालय को भी भेजने के निर्देश दिए। सीएम योगी ने कहा कि कार्यक्रम की विभागीय और मुख्य सचिव के स्तर पर महीने में समीक्षा हो। कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव महिला कल्याण एवं बाल विकास एस. राधा चौहान ने बताया कि राजकीय शोक के कारण इस साल राष्ट्रीय पोषण माह सात सितंबर से शुरू किया जा रहा है। निदेशक राज्य पोषण मिशन कपिल सिंह ने राष्ट्रीय पोषण माह के बारे में एक प्रस्तुतीकरण भी किया। बताया कि पोषण माह की टैग लाइन ‘उत्तम पोषण-उत्तर प्रदेश रोशन’ है।

उन्नाव के 26 गांव अफसरों ने लिए गोद

बैठक में उन्नाव  के अधिकारी (फाइल फोटो)

हालांकि समय की कमी की वजह से उन्नाव जिले का नंबर नहीं आया। लेकिन पोषण मिशन कार्यक्रम के तहत जिले के 26 गांवों को अधिकारियों ने गोद लिया है। डीएम ने रवींद्र कुमार ने बताया कि इन गांवों में कुपोषितों की संख्या अधिक है। 6 महीने में उनका सुपोषण करना होगा। ब्लाक बिछिया के भांडी, रायपुर बुजुर्ग, गलगलहा, असोहा का केवनी, धौराहरा, हसनगंज का पिछवाड़ा, खपरा मुस्लिम, मदारपुर कैलई, गंजमुरादाबाद का बहलोलपुर, मोहम्मदाबाद, सफीपुर रायपुर, जुझारुपुर, हिलौली बेहटा, लच्छीखेड़ा, सिकंदरपुर कर्ण के टिकरी गणेश, सुमेरपुर का वाजिदपुर, गोसाईखेड़ा, सिकंदरपुर सरोसी का दबौली, बनी, मियागंज नयीबस्ती आसीवन, बीघापुर का मानपुर, घाटमपुर खुर्द, फतेहपुर चौरासी का दोस्तपुर शिवली, बरौकी तथा औरास ब्लाक के मिर्जापुर अजगांव और गहरावा को अलग-अलग अफसरों ने गोद लिया है।

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