Pitru Paksha: शास्त्रों के अनुसार पितृ दोष पूर्व जन्म के पापों के कारण या पितरों के श्राप के कारण कुंडली में प्रकट होते हैं। इसके कारण पिता को मृत्यु तुल्य कष्ट होता हैं। साथ ही व्यक्ति के भाग्योदय में काफी बाधाएं आती हैं। ज्योतिष में जब भाग्य भाव पीड़ित हो जाता है तब पितृ दोष होता है। हर कोई पितृ दोष के बारे में जाने के लिए उत्सुक रहता है। कुछ उपायों के द्वारा पितृ दोष को दूर किया जा सकता है।

पितृ दोष को दूर करने के उपाय

शास्त्रों में पितृ दोष को दूर करने के लिए कई सार्थक उपाय बताए गए हैं। अपनी योग्यता अनुसार आप पितरों को तृप्त कर आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

1- सोमवती अमावस्या को पीपल के पेड़ की पूजा करने के पश्चात एक जनेऊ पीपल के पेड़ को और एक जनेऊ विष्णु भगवान के नाम का उसी पीपल को देने से दोष समाप्त होता है। इसके बाद पीपल की परिक्रमा करें। परिक्रमा करते समय ‘ओम नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जाप करते रहे। अपनी सामर्थ्य अनुसार पीपल को मिठाई अर्पित करें।
2- सूर्य और चंद्र ग्रहण के दिन अनाज से तुला दान करना चाहिए। ऐसा करने से लगा श्राप कम होता है।
3- शिवलिंग पर तांबे का सर्प अनुष्ठान पूर्वक चढ़ाएं। साथ ही पितरों के मोक्ष के उपाय करें। श्राद्ध पक्ष में पितरों का श्राद्ध करें।
4- पितृ दोष की शांति कराने के लिए श्राद्ध करना उत्तम रहता है।
5- दोष की शांति के लिए कुल देवता की पूजा अर्चना भी करनी चाहिए।
6- ओम नमः शिवाय मंत्र का प्रतिदिन एक बार माला जाप करें। नाग पंचमी का व्रत रखें, व नाग प्रतिमा की अंगूठी पहने।
7- कौओं और मछलियों को चावल और घी मिलाकर बनाए गए लड्डू हर शनिवार को खिलाने से दोष कम हो जाता है।

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अंजलि शर्मा पिछले 2 साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हैं। अंजलि ने महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी से अपनी पत्रकारिता की पढ़ाई की है। फिलहाल अंजलि DNP India Hindi वेबसाइट में कंटेंट राइटर के तौर पर काम कर रही हैं।

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