GLA University: जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के पॉलीटेक्निक संस्थान के छात्रों को रोजगार देने के लिए कंपनियों की षुरूआत चरणबद्ध तरीके से हो चुकी है। हाल ही में पॉलीटेक्निक संस्थान के केमिकल इंजीनियरिंग के पांच छात्रों को भाटिया एलॉय फॉरजिंग कंपनी ने रोजगार दिया है। पॉलीटेक्निक केमिकल इंजीनियरिंग के छात्रों को कंपनी में रोजगार तो मिला ही बल्कि, पांचों छात्रों के लिए सबसे बड़ी खुषी बात यह रही कि भाटिया एलॉय फॉरजिंग कंपनी कोर कंपनी के तौर पर मिल गई। रोजगार प्रदान करने वाली भाटिया कंपनी एलॉय मैन्यूफैक्चरिंग, हाईटेक तकनीक, टाइटेªेषन एनोडाइजिंग आदि सर्विसेज अपने ग्राहकों को गुणवत्ता बतौर उपलब्ध कराती है। कंपनी ने केमिकल इंजीनियरिंग के छात्र अंकित कुमार तिवारी, राजा बाबू, विवेक कौशिक, युवराज राघव एवं सचिन कुमार के चयन से पहले लिखित परीक्षा और साक्षात्कार हुआ।

जीएलए पॉलीटेक्निक केमिकल इंजी. के 5 छात्र चयनित


चयनित छात्र अंकित कुमार ने कहा कि पॉली संस्थान में छात्र-छात्राएं अनुभवी षिक्षकों के कुषल नेतृत्व में अनेक प्रायोगिक संक्रियाएं व ज्ञान अर्जित करते हैं। हाल ही में प्रायोगिक संक्रियाओं के तहत छात्रों ने प्लास्टिक वेस्ट से ईंट बनाने हेतु निर्माण कार्य शुरू कर दिया है।
पॉलीटेक्निक संस्थान के प्राचार्य डॉ. विकास कुमार शर्मा ने बताया कि हम प्रारम्भ से ही छात्र-छात्राओं को आधुनिक समय में इंडस्ट्री की मांग के अनुरूप ढ़ालना प्रारम्भ कर देते हैं, जिससे रोजगार हेतु साक्षात्कार के समय छात्र-छात्राएं अच्छा प्रदर्शन करते हैं। समस्त चयनित छात्रों को प्राचार्य ने उनके उज्जवल भविश्य के लिए षुभकामनाएं दीं व मेहनतषील रहने के लिए प्रेरित किया।ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट विभाग के असिस्टेंट वाइस प्रेसीडेंट कॉरपोरेट रिलेषन अमित जैन ने कहा कि शुरूआती दौर से ही कोर कंपनियों ने छात्रों को रोजगार देना शुरू कर दिया है। यह गौरव की बात है। टीएनपी टीम लगातार प्रयास कर रही है कि कंपनियों द्वारा कैंपस प्लेसमेंट की शरूआत अच्छी हो, जिससे अधिक से अधिक छात्रों को रोजगार हासिल हों।

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केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोग्राम कॉर्डिनेटर चन्द्रपाल सिंह ने बताया कि केमिकल इंजीनियरिंग के अन्तर्गत कच्चे पदार्थों एवं केमिकल्स को किसी प्रयोग की चीज में बदला जा सकता है। जबकि मॉर्डन केमिकल इंजीनियरिंग कच्चे पदार्थों को बदलने के साथ-साथ तकनीक (नैनोटेक्नोलॉजी और बायोमेडिकल इंजीनियरिंग) पर बल देती है। इस विधा के अंतर्गत रासायनिक उत्पादों के निर्माण में आने वाली समस्याओं का हल ढूंढने में आसानी होती है। केमिकल इंजीनियरिंग एक बेहतरीन कॅरियर क्षेत्र है। इस फील्ड में रोजगार के अवसरों की कमी नहीं है।

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आरोही डीएनपी इंडिया में मनी, देश, राजनीति , सहित कई कैटेगिरी पर लिखती हैं। लेकिन कुछ समय से आरोही अपनी विशेष रूचि के चलते ओटो और टेक जैसे महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी लोगों तक पहुंचा रही हैं, इन्होंने अपनी पत्रकारिका की पढ़ाई पीटीयू यूनिवर्सिटी से पूर्ण की है और लंबे समय से अलग-अलग विषयों की महत्वपूर्ण खबरें लोगों तक पहुंचा रही हैं।

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