आजकाल ज़्यादातर लोग सीढ़ियों का इस्तेमाल करके पैरों को थकाना पसंद नहीं करते,बल्कि किसी भी फ्लोर पर जाने के लिए लिफ्ट का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं। लेकिन,इस कोरोना काल में लिफ्ट का इस्तेमाल करना किसी खतरे से कम साबित नहीं हो सकता। सोचिये,अगर किसी कोरोना संक्रमित ने उसी लिफ्ट का इस्तेमाल किया है जिस लिफ्ट का इस्तेमाल आप करने जा रहे हैं, तो आपके लिए भी कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। लेकिन अब चिंता की कोई बात नहीं है क्यूंकि मथुरा, उत्तरप्रदेश में स्थित जीएलए यूनिवर्सिटी के छात्र ने अपनी सूझबूझ से एक ऐसी डिवाइस तैयार की है जिसके इस्तेमाल से आप लिफ्ट के स्विच को छुए बिना भी लिफ्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं। मथुरा, महामारी से बचाव और बिजली के करंट से बचने के लिए जीएलए विश्वविद्यालय मथुरा पॉलिटेक्निक संस्थान के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग छात्र ने ‘लोकॉस्ट टचलेस स्विच फॉरइलेवेटर्स’ डिवाइस तैयार की है। इस डिवाइस के माध्यम से बिना छुए लिफ्ट को प्रयोग हेतु खोल अथवा बंद कर सकेंगे। इसका पेटेंट पब्लिश हो चुका है।
अपने इस व्यस्त समय के बचाव हेतु अधिकतर व्यक्ति लिफ्ट का प्रयोग करते हैं। जिसे खोलने और किसी भी मंजिल पर पहुंचने के लिए स्विच को दबाते हैं। महामारी के इस दौर में अगर किसी भी संक्रमित व्यक्ति के द्वारा स्विच को दबाया जाता है। इसके बाद अन्य व्यक्तियों के द्वारा भी उसका प्रयोग किया जाएगा। ऐसे में अधिक से अधिक व्यक्तियों के संक्रमित होने की संभावना बनी रहती है,जो कि किसी खतरे से खाली नहीं है।इसी महामारी से बचाव और व्यक्तियों के फायदे के लिए जीएलए विश्वविद्यालय मथुरा के पॉलिटेक्निक संस्थान के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग के छात्र जितेंद्र शर्मा ने एक डिवाइस तैयार की और रिसर्च किया, जो कि सफल हुआ यह डिवाइस लिफ्ट को खोलने के लिए लगे स्विच पर ‘लोकॉस्ट टचलेस स्विच फॉरइलेवेटर्स’ के माध्यम से ही पूर्ण तरीके से कार्य करेगी।
छात्र जितेंद्र ने बताया कि इस डिवाइस को तैयार करने में रिफ्लेक्शन ऑफ लाइट के साथ कार्य करने वाले सेंसर आर टाइमर आईसी का उपयोग कर काफी रिसर्च किया गया है। यह डिवाइस बाहर लगे हुए स्विच में लगाने के बाद किसी भी व्यक्ति को स्विच पर उंगली लगाने की जरूरत नहीं है, सिर्फ स्विच की तरफ उंगली करनी होगी और लिफ्ट खुल जाएगी। लिफ्ट के अंदर किसी भी मंजिल पर पहुंचने वाले स्विच में इस डिवाइस को माइक्रोकंट्रोलर के साथ प्रयोग करना होगा। इसके बाद अंदर के स्विच भी टचलैस हो जाएंगे और आसानी से स्विच की तरफ इशारा करते ही अपनी मंजिल पर पहुंच जाएंगे। छात्र ने बताया कि यह डिवाइस अन्य प्रयोग में लाए जा सकते हैं।
डीन रिसर्च प्रोफेसर अनिरुद्ध प्रधान, डीन रिसोर्स जनरेशन एंड प्लानिंग प्रोफेसर दिवाकर भारद्वाज, एसोसिएट डीन रिसर्च प्रोफेसर कमल शर्मा एवं प्राचार्य डॉ विकास कुमार शर्मा ने बताया कि पॉलिटेक्निक संस्थान के छात्र द्वारा किया गया तकनीकी रिसर्च लोगों के महामारी से बचाव में अधिक कारगर है। छात्र ने संस्थान के विभिन्न तकनीकी लैबों में अध्ययन कर सफलता हासिल की है।