भई प्यार हो तो ऐसा…. अली फजल ने इंस्टाग्राम पर अपनी गर्लफ्रेंड और बॉलीवुड एक्ट्रेस ऋचा चड्डा के लिए एक प्यार और तारीफों से भरा हुआ नोट लिखकर पोस्ट किया है। ये पोस्ट दिखाने से पहले हम आपको बता दें कि आखिर ये पोस्ट है किसके बारे में और इस नोट को पोस्ट करने के पीछे की वजह क्या है। दरसल, एक्ट्रेस पायल घोष ने कुछ दिन पहले ही बॉलीवुड के जाने माने फिल्म डायरेक्टर अनुराग कश्यप के ऊपर यौन शोषण करने का गंभीर आरोप लगाया था। पायल ने अनुराग पर आरोप लगाते हुए कहा कि – मीटिंग के दौरान अनुराग ने मेरे साथ बदतमीज़ी की जब मैंने अनुराग कश्यप की हरकतों का विरोध किया तो उन्होंने मुझसे कहा कि ये सब तो नॉर्मल बात है। बॉलीवुड की कई एक्ट्रेस मेरे साथ बहुत सहज हैं। अनुराग ने मेरे सामने ऋचा चड्ढा, हुमा कुरैशी, माही गिल समेत कई एक्ट्रेस के नाम लिए और कहा कि ये सब बहुत कंफर्टेबल हैं।
पायल घोष के इस बयान के बाद ऋचा ने अपने वकील सवीना बेदी सचर के जरिए एक स्टेटमेंट सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। इस स्टेटमेंट में कहा गया कि – हमारी क्लाइंट ‘ऋचा चड्डा’, किसी तीसरे पक्ष द्वारा लगाए आरोपों में उनका दोषपूर्ण तरीके से नाम घसीटे जाने की निंदा करती हैं। हालांकि, हमारे क्लाइंट का मानना है कि वास्तव में पीड़ित महिलाओं को हर कीमत पर न्याय मिलना चाहिए, लेकिन ऐसे कानून भी हैं जो यह सुनिश्चित करते हैं कि महिलाएं अपने कार्यस्थल में एक समान खड़ी हों। साथ ही यह सुनिश्चित करें कि उनके कार्यस्थल पर उनकी गरिमा और स्वाभिमान संरक्षित है। किसी भी महिला को अन्य महिलाओं को असंतुष्ट, बेनुनियाद, झूठे आरोपों से परेशान करने के लिए अपनी स्वतंत्रता का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए। हमारे क्लाइंट ने उचित कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है और उनके अधिकारों और उपायों के लिए कानूनी सलाह दी जाएगी।
अब आपको सारा मांजरा समझ में आ ही गया होगा कि आखिर क्यों अली इतनी मजबूती से अपनी गर्लफ्रेंड ऋचा के साथ खड़े हुए हैं और उनके लिए इंस्टाग्राम पर तारीफों के पूल बाँध रहे हैं। अली फजल ने इंस्टाग्राम पर ऋचा के सपोर्ट में लिखा कि – माय लव , तुम वो हो जो महिलाओं के लिए बार-बार खड़ी हुई हो, आज तुम इस अग्नि परीक्षा से गुजर रही हो और फिर भी, तुम हमेशा की तरह मजबूत बनकर आते हो। मेरे साथी, तुम्हारा लचीलापन, तुम्हारी दयालुता और सहानुभूति कई लोगों को छू गई है, और मुझे उस वक्त को देखने का सौभाग्य मिला है जबसे मैंने तुम्हें जाना हैं। एक बराबरी का समाज बनाने के लिए तुमने लड़ा है, वो किसी की नफरत से नहीं टूटे हैं। तुमने अपनी कला को बेहतरी से रखा और हिम्मत दिखाई है। मैं तुम पर गर्व करता हूं क्योंकि मुझे पता है कि तुम जरूरतमंदों की मदद के लिए नहीं रुकोगी। विशेष तौर पर महिलाएं, जो अपनी आवाज को कई पितृसत्ता व्यवस्था में खो गई है।
आगे अली महिलाओं के सशक्तिकरण के बारे में लिखते हैं कि – मेरा मानना है कि हर आवाज को सुना जाना चाहिए। मैं असहमति में विश्वास करता हूं लेकिन मैं सत्य और न्याय की शक्ति में भी विश्वास करता हूं। वे सच में मजबूत हैं। मैं बोलने के अपने अधिकार का उपयोग करने में विश्वास करता हूं लेकिन पूरी जिम्मेदारी के साथ। मेरा मानना है कि एक समाज के रूप में हमें अपनी महिलाओं को सशक्त बनाने की आवश्यकता है. मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूं।