आप को याद होगा कि मीडिया में #Meetoo मूवमेंट चला था। बॉलीवुड एक्टर रहे चुकी तनुश्री दत्ता ने बॉलीवुड अभिनेता नाना पाटेकर पर यौनशोषण का आरोप लगाया था। तनुश्री दत्ता ने आरोपों की शुरुआत की और उसके बाद तो जैसे की मानों बॉलीवुड की बखिया उधेड़ दी। #Meetoo मूवमेंट में फिल्म डायरेक्टर साजिद खान, आलोकनाथ, विकास बहल, अनु मलिक, कैलाश खेर समेत कई लोगों का नाम सामने आया। धीरे धीरे बॉलीवुड इंडस्ट्री में #Meetoo मूवमेंट की आंधी इतनी तेज हो गयी कि कोर्ट ने कई लोगों के खिलाफ कर्यवाही करने के आदेश तक दे दिया था । इसके बाद तो जिसे देखो वो ही अपने ऊपर हुए अत्याचारों की कहानी मीडिया , सोशल मीडिया पर बयां कर रहा था। इंडस्ट्री में #Meetoo के इस मूवमेंट ने जितनी तेजी से शोर मचा कर रख दिया था ,उतनी ही तेजी से ये मामला शांत भी गया।

GD Topic- #Meetoo

पिछले कुछ महीनों से बॉलीवुड इंडस्ट्री में कुछ ज़्यादा ही उथल पुथल हो गयी है। जहां सीबीआई और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) फिल्म इंडस्ट्री में ड्रग्स के मुद्दे को लेकर कड़ी जांच और लोगों को गिरफ्तार कर रही है। वहीं इस बीच इंडियन एक्ट्रेस पायल घोष ने एक बार फिर से #Meetoo मूवमेंट मुद्दा ताजा कर दिया है। आपको बता दें कि पायल घोष ने बॉलीवुड फिल्म डायरेक्टर अनुराग कश्यप पर आरोप लगाया है कि अनुराग पायल को अनकंफर्टेबल फील करवाते थे। पायल अनुराग पर आरोप लगाते हुए कहती हैं कि – जो भी हुआ वो नहीं होना चाहिए था। कोई तुम्हारे पास काम मांगने आया है तो इसका मतलब ये नहीं होता कि वो किसी भी चीज के लिए तैयार है। ये मुझे आज भी परेशान करता है।

अभी तक तो सिर्फ ड्रग्स के मुद्दे ने ही संसद में कोहराम मचा रखा था लेकिन अब ये मुद्दा भी संसद पहुंच चुका है। बीजेपी सांसद रविकिशन ने ड्रग्स मुद्दे की तरह ये मुद्दा भी संसद में उठाया और इस मुद्दे के विरोध में उन्होंने एक ऐसे कानून की मांग की, जिससे महिलाओं, लड़कियों पर अनुचित दबाव बनाने वालों के अंदर एक ऐसा खौफ हो कि वो किसी की मज़बूरी का फायदा उठाने से पहले अनगिनत बार सोचें।

Meetoo मूवमेंट पर अपना पक्ष रखते हुए रवि किशन ने कहा कि – हमारे देश में बेटियां देवी दुर्गा और गो माता की तरह पूज्यनीय हैं, लेकिन बॉलिवुड समेत कई क्षेत्र ऐसे जहां अभी भी कुछ लोग उनकी तकदीर चमकाने का दावा कर सौदेबाजी पर उतारू हैं। अनुराग और पायल के मामले पर बात करते हुए रवि किशन ने कहा कि – आरोप गंभीर है और पायल घोष ने खुद सामने आकर कहा है। अगर ये आरोप एकदम सही होते हैं तो इस पर कार्रवाई होनी चाहिए। हम लोग नारी सशक्तिकरण की बात करते हैं। ऐसे में कोई भी नारी या बेटी गुहार लगाती है तो उसके लिए जांच की सारी एजेंसियां और दरवाजे खुले रखते हैं।

Share.
Exit mobile version