बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत और शिवसेना नेता संजय राउत के बीच चल रहे विवाद को लेकर केंद्र सरकार ने कंगना को वाई श्रेणी की सुरक्षा दी है। इसके बाद शिवसेना के नेताओं ने कंगना के खिलाफ मर्चा खोल दिया हैं और उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई हैं। शिवसेना की औरंगाबाद ईकाई ने कंगना के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। औरंगाबाद ईकाई ने पुलिस को कंगना के खिलाफ ज्ञापन सौंपा और कार्रवाई की मांग की। औरंगाबाद ईकाई का कहना है कि कंगना ने महाराष्ट्र की तुलना पीओके से कि है जिसके कारण महाराष्ट्र की 13 करोड़ जनता की भावनाओं को ठेस पहुंची हैं। इस लिए उनके खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई होनी चाहिए।
कंगना को माफी मांगने का नोटिस
बता दें कि कंगना के बयान पर पुलिस आयुक्त प्रदीप लोनाडकर ने कंगना को नोटिस भेजा और उनसे उनके विवादास्पद बयान के लिए माफी मांगने की मांग की है। बता दें कि सुशांत की मौत के बाद कंगना ने महाराष्ट्र की तुलना पीओके से की थी। उन्होंने कहा था कि उनको अब मुंबई से डर लगने लगा है। कंगना ने कहा था कि अब उन्हें मुंबई पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पीओके की तरह लगने लगा है। इसके बाद शिवसेना नेता ने कंगना को कहा कि अगर उन्हें इतना डर लगता है तो उनको मुंबई नहीं आना चाहिए।
वहीं संजय राउत ने कहा कि कंगना को अपने ट्विट के लिए मांफी मांगनी चाहिए। संजय राउत के बयान का जवाब देते हुए कंगना ने कहा कि मुंबई किसी के बाप का नहीं हैं और वो 9 सितंबर को मुंबई रही हैं जिसमें हिम्मत है उन्हें रोक कर दिखाए। इतना ही नहीं इस पर संजय राउत ने कंगना के लिए अभ्रद भाषा का इस्तेमाल किया और उन्हें एक हरामखोर लड़की कह दिया।