दुनिया भर में कोरोना से हाहाकार मचा हुआ है। संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है। तीसरी लहर के आने की आशंका के बीच सभी देश अपनी अपनी तैयारियों को मजबूत करने में लगे हुए हैं। वही इस कोरोना से बेचने का एकमात्र उपाय सिर्फ और सिर्फ वैक्सीन है। यही वजह है कि भारत ही नहीं दुनिया भर में टीकाकरण को तेज करने की तैयारी की जा रही है। भारत में भी अक्टूबर महीने में एक करोड़ वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा गया है। अभी तक हर दिन लगभग 50 लाख लोगों को लगाई जा रही वैक्‍सीन की खुराक को दो महीने के अंदर दोगुना करने की योजना पर कार्य किया जा रहा है। ऐसे में अकतूबर महीने में देश में लगभग एक करोड़ लोगों का रोजाना टीकाकरण किया जा सकेगा।

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के टास्‍क फोर्स ऑपरेशन ग्रुप फॉर कोविड के अध्यक्ष डॉ. एन के अरोड़ा ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि भारत में जल्‍द ही चार और भारतीय वैक्सीन आने वाली हैं। ऐसे में दो माह बाद भारत के लोगों के लिए कुल छह वैक्‍सीन उपलब्ध रहेंगी। इतना ही नहीं टीकाकरण की संख्‍या भी दोगुनी हो जाएगी।

डॉ. अरोड़ा ने बताया कि अभी भारत में हर दिन लगभग 50 लाख लोगों को वैक्‍सीन की खुराक लगाई जा रही है। यह तादाद घटती और बढ़ती भी रहती है। हालांकि अक्‍तूबर माह में कोवैक्‍सीन और कोविशील्‍ड के अतिरिक्त स्‍पूतनिक वी की भारत निर्मित वैक्सीन और तीन अन्‍य भारत निर्मित वैक्‍सीन की डोज यहां लगना आरंभ हो जाएंगी।

सभी वैक्‍सीन कंपनियों के ट्रायल और सभी अनावश्यक गतिविधियां लगातार जारी हैं। साथ ही केंद्र सरकार इस पर निगाह बनाए हुए है। अक्‍तूबर से भारत में प्रति माह लगभग 30 करोड़ डोज मौजूद होंगी। ऐसे में हर दिन एक करोड़ लोगों का टीकाकरण किया जा सकेगा। इनमें कोवैक्‍सीन, कोविशील्‍ड, स्‍पूतनिक वी, जिनोवा की mRNA वैक्‍सीन बायोलॉजिकल ई वैक्‍सीन और जायडस कैडिला की वैक्‍सीन शामिल हैं, अभी जायडस कैडिला को लेकर स्‍वीकृति पिछले कुछ सप्ताह से रुकी हुई है, हालांकि उसे जल्‍द ही मंजूरी मिलने की उम्‍मीद है।

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