Root Canal Treatment: रूट कैनाल ट्रीटमेंट काफी आम है। दाँतों के खराब हो जाने के कारण अक्सर डेंटिस्ट रूट कैनाल ट्रीटमेंट की सलाह देते हैं। ये कारगर भी होता है, लेकिन ऐसी क्या गलती हो गयी जिससे कन्नड़ एक्ट्रेस स्वाति सतीश (Swathi Sathish) का पूरा चेहरा ही बदल गया, वो पहचान में ही नहीं आ रहीं। रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने अपने दो दाँतों की सर्जरी किसी प्राइवेट क्लिनिक से कराया था लेकिन ये सर्जरी उनपर ही भाड़ी पर गई। जी हाँ, इससे उनके पूरे चेहरे में बुरी तरह से सूजन आ गया है। सर्जरी के 20 दिन बाद भी सूजन में बदलाव नहीं है। तो आइये जानते है, रूट कैनाल ट्रीटमेंट के बारे में और इसे करवाते वक्त कैसे रखें सावधानी।

रूट कैनाल ट्रीटमेंट क्या है (What is a root canal treatment)?

रुट कैनाल ट्रीटमेंट एक डेंटल ट्रीटमेंट है। यह सर्जरी संक्रमित नसों और संक्रमित गूदे (पल्प) की होती है, जिसे दांत की जड़ से निकालकर हटा दिया जाता है। फिर दांत की जड़ को साफ कर सील कर दिया जाता है। इस ट्रीटमेंट के बाद दाँतों में किसी प्रकार का संक्रमण या कोई भी समस्या नहीं रहती है। क्षतिग्रस्त होने वाले दांत की सुरक्षा भी इस ट्रीटमेंट में हो जाती है।

कब पड़ती है रूट कैनाल ट्रीटमेंट की जरूरत (When is root canal treatment needed)?

अकसर हम सुनते हैं कि दाँतों में ओरल बैक्टीरिया हो गई है। लेकिन जब उस बैक्टीरिया पर आप ध्यान नहीं देते हैं, तो ये दांतों के अंदर चला जाता है और इन्फेक्शन फैल जाता है। कभी-कभी कैविटी भी बहुत ज्यादा बढ़ जाती है या दांत टूट जाता है, जिसके बाद उसे ठीक करने के लिए रूट कैनाल ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ती है।

जब दांत के बीच का हिस्सा ब्लड वेसल्स, नर्व्स और कनेक्टिव टिश्यू को प्रभावित करता है, तो संक्रमण तेजी से फैलने लगता है, सूजन भी कम नहीं होती है। ऐसे में रूट कैनाल ट्रीटमेंट या एंडोडॉन्टिक ट्रीटमेंट (Endodontic treatment) की जरूरत पड़ती है। इसलिए हल्का दर्द, सूजन कभी भी दांत में लगे तो सबसे पहले डॉक्टर से सम्पर्क करें। इससे कभी भी सर्जरी की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

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रूट कैनाल ट्रीटमेंट के बाद क्या होता है(What happens after root canal treatment)

रूट कैनाल ट्रीटमेंट के बाद दांतों में दर्द नहीं के बराबर रहता है। अगर कभी भी ज्यादा दर्द या असमान्य लगे तो, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ट्रीटमेंट के कुछ दिनों बाद तक दाँतों में संवेदनशीलता आपको महसूस होगी, जो सामान्य है। ट्रीटमेंट के बाद का हल्का असर या साइड इफ़ेक्ट भी एक या दो हफ्ते तक ही देखने मिलेगा।

रूट कैनाल के दौरान बरतें सावधानी(Be careful during root canal)

रूट कैनाल ट्रीटमेंट करवाने से पहले डेंटल एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें। दाँत की नसें मुँह से कनेक्टेड होती हैं, जिसमें किसी भी प्रकार की गड़बड़ी होने की वजह से मुँह में पैरालीसिस अटैक भी हो सकता है। इसलिए एक्सपर्ट डॉक्टर से ही ये ट्रीटमेंट करवायें और बिल्कुल भी लापरवाही न करें।

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मेरा नाम श्रीया श्री है। मैं पत्रकारिता अंतिम वर्ष की छात्रा हूं। मुझे लिखना बेहद पसंद है। फिलहाल मैं डीएनपी न्यूज नेटवर्क में कंटेंट राइटर हूं। मुझे स्वास्थ्य से जुड़ी कई चीजों के बारे में पता है और इसलिए मैं हेल्थ पर आर्टिकल्स लिखती हूं। इसके अलावा मैं धर्म, लाइफस्टाइल, एस्ट्रोलॉजी और एजुकेशन के विषय में भी आर्टिकल लिखती हूं।

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