Draupdi Murmu President Candidate: झारखंड की राज्यपाल और ओडिशा सरकार में मंत्री रहीं द्रौपदी मुर्मू को बीजेपी ने राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है।

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने घोषणा की है कि NDA की तरफ से द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया है। पहली बार किसी महिला आदिवासी उम्मीदवार को वरीयता दी गई है। हम आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए द्रौपदी मुर्मू को एनडीए के उम्मीदवार के रूप में घोषित करते हैं। द्रौपदी मुर्मू ने शिक्षक के रूप में काम किया है। वह पार्षद और फिर विधायक बनीं। सर्वपल्ली राधाकृष्णन की तरह द्रौपदी मुर्मू लंबे समय से शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ी हैं और लंबे समय तक विधायक और मंत्री रही हैं। उन्होंने ओडिशा सरकार के परिवहन और वाणिज्य विभागों को संभाला है। और 2007 में विधायक के लिए नीलकंठ पुरस्कार जीता है। मुर्मू 2015 से 2021 तक झारखंड की राज्यपाल भी रहीं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी ने अपना जीवन समाज की सेवा और गरीबों, दलितों के साथ-साथ हाशिए के लोगों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित कर दिया है। उनके पास समृद्ध प्रशासनिक अनुभव है और उनका कार्यकाल उत्कृष्ट रहा है। मुझे विश्वास है कि वह हमारे देश की एक महान राष्ट्रपति होंगी। लाखों लोग, विशेष रूप से वे जिन्होंने गरीबी का अनुभव किया है और कठिनाइयों का सामना किया है, श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी के जीवन से बड़ी शक्ति प्राप्त करते हैं। नीतिगत मामलों की उनकी समझ और दयालु स्वभाव से हमारे देश को बहुत लाभ होगा।

कौन हैं द्रौपदी मुर्मू

द्रौपदी मुर्मू भारतीय नेता और 18 मई 2015 को झारखण्ड की राज्यपाल बनीं और छह साल एक महीने तक झारखंड की राज्यपाल रहीं। वो झारखण्ड की प्रथम महिला राज्यपाल थीं। वो वर्ष साल 2000 से 2004 तक ओडिशा विधानसभा में रायरंगपुर से विधायक तथा राज्य सरकार में मंत्री भी रहीं थीं। वो पहली ओडिया नेता हैं जिन्हें किसी भारतीय राज्य की राज्यपाल नियुक्त किया गया है। वो भारतीय जनता पार्टी और बीजू जनता दल की गठबन्धन सरकार में 6 मार्च 2000 से 6 अगस्त 2002 तक वाणिज्य और परिवहन के लिए स्वतंत्र प्रभार की राज्य मंत्री तथा 6 अगस्त 2002 से 16 मई 2004 तक मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास राज्य मंत्री रहीं हैं।

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अगले राष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए 18 जुलाई को मतदान होना अब तय

विपक्षी उम्मीदवार के रूप में सिन्हा के नाम की घोषणा के बाद अगले राष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए 18 जुलाई को मतदान होना अब तय माना जा रहा है। राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन पत्र भरने की प्रक्रिया जारी है। 29 जून नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि है। गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव में संख्या बल के आधार पर बीजेपी नीत एनडीए मजबूत स्थिति में है।

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