कॉर्डेलिया क्रूज एक बार फिर चर्चा में है। इस बार वो आर्यन खान को लेकर नहीं बल्कि कोरोना विस्फोट को लेकर चर्चा में आया है। शिप पर बड़ा कोरोना विस्फोट हुआ है जिसमें कई लोग चपेट में आए हैं। अब कॉर्डेलिया क्रूज को 66 कोविड मरीजों समेत सभी यात्रियों के साथ वापस मुंबई के लिए रवाना कर दिया गया है। जो लोग प्रभावित नहीं थे उन्हें भी जहाज छोड़ने की अनुमति नहीं थी। फिलहाल सभी पॉजिटिव और नेगेटिव लोग जहाज पर हैं। सिर्फ 6 लोगों को गोवा के अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया है। बता दें कि ये सभी लोग नए साल का जश्न मनाने के लिए मुंबई से गोवा गए थे।

2000 से ज्यादा लोग सवार


कॉर्डेलिया क्रूज पर 2000 से ज्यादा लोग सवार थे। जिनका कोरोना टेस्ट किया गया और 66 लोग कोरोना संक्रमित पाए गये। अधिकारी ने कहा कि रविवार को चालक दल के एक सदस्य के सकारात्मक पाए जाने के बाद सभी यात्रियों का परीक्षण किया गया। दरअसल गोवा पहुंचने के बाद सभी यात्रियों से कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट मांगी गई थी। किसी भी यात्री के पास कोरोना की रिपोर्ट ही नहीं थी। जिसके बाद गोवा प्रशासन ने सभी लोगों की जांच करने का फैसला लिया। गोवा प्रशासन ने एक मेडिकल टीम को शिप पर भेजा और सभी का टेस्ट किया। जिसमें 66 लोगों कोरोना से ग्रसित निकले। अब सभी यात्रियों को वापस भेज दिया गया है।

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यात्री के रिश्तेदार ने जताई चिंता


एक यात्री जसवीर सिंह ने कहा कि वह अपने बच्चों और भाई के स्वास्थ्य को लेकर बेहद चिंतित हैं, जो क्रूज पर हैं। उन्होंने कहा कि निगेटिव रिपोर्ट वाले लोगों को जहाज छोड़ने की अनुमति क्यों नहीं दी गई? कोविड सकारात्मक रोगियों को गोवा में ही आइसोलेशन वार्ड में क्यों नहीं ले जाया गया? क्या होगा यदि सकारात्मक रोगियों को चिकित्सा सहायता की आवश्यकता है, तो उन्हें चिकित्सा सहायता कौन प्रदान करेगा?”। उन्होंने कहा कि एक क्रू मेंबर जब 66 लोगों में संक्रमण फैला सकता है तो 66 पॉजिटिव लोग बाकी लोगों का क्या हाल करेंगे।

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