ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने शुक्रवार को BharatBiotech को Intranasal Booster Dose Trials की अनुमति दे दी है। सूत्रों ने बताया कि भारत को मार्च में Intranasal Booster Dose वैक्सीन मिलने की उम्मीद है, अगर समय पर Trials किया जाते है तो।

ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने शुक्रवार को BharatBiotech को Intranasal Booster Dose Trials की अनुमति दे दी है। भारत बायोटेक का लक्ष्य 5,000 लोगों पर क्लिनिकल टेस्ट करना है (50 प्रतिशत कोविशील्ड के साथ और 50 प्रतिशत कोवाक्सिन के साथ टीकाकरण) हुए लोगो पर ही। जिन लोगो कि दूसरी डोज़ और बूस्टर डोज़ के बीच का अंतराल छह महीने है सिर्फ़ उनपर ही इस टेस्ट को किया जायेगा। इससे पहले दिसंबर में, BharatBiotech ने अपनी Intranasal Booster Dose के लिए Trials करने की अनुमति मांगी थी।

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कितने फायदेमंद होंगे Intranasal Booster Dose ?
Intranasal Booster Dose सुई मुक्त खुराक है। दावा किया जा रहा है कि इसके जरिए जख्म और संक्रमण का खतरा बिल्कुल कम हो जाएगा। नाक के जरिए वैक्सीन देने से बच्चों के टीकाकरण में सहूलियत मिलेगी। अभी कोविड-19 का टीका लगाने के लिए इंजेक्शन दिया जा रहा है। इंजेक्शन से कई लोग डरते भी है लेकिन नेसल वैक्सीन आने से इसे इस्तेमाल करना और आसान हो जाएगा और कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने में काफी मदद मिलेगी।

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