आप किसी सफर (journey) पर जा रहे हो, लेकिन वहां से लौटकर नहीं आओगे, तो आपको कैसा लगेगा। जाहिर सी बात है आप शायद ऐसे सफर पर न जाओ या फिर……..तो ये खबर है एक ऐसे ही सफर की, जो आपकी मौत (death) के साथ समाप्त होता है। हालांकि इसमें एक बात छुपी हुई है, तो चलिए जानते है कि वो क्या है।
इस सफर से लौटना है मुश्किल
हालांकि सफर अगर बरमूडा ट्राएंगल का हो, तो आगे-पीछे की सारी बात सोचनी ही पड़ती है। Norwegian Prima लाइनर ने ऐसे ही यात्रियों के लिए अनोखा ऑफर दिया है और कहा है कि अगर शिप कहीं गायब हो गया तो उनके टिकट के पैसे वापस हो जाएंगे।
जानिए क्यों जा रहे हैं लोग इस सफर पर
बरमूडा ट्राएंगल का नाम सुनते ही लोगों के रोंगते खड़े हो जाते हैं। ऐसी रहस्यमय जगह के आस-पास भी जाना खतरे से खाली नहीं होता। इस जगह में ऐसा चुम्बकीय आकर्षण है कि वो अब तक न जाने कितनी नावें और जहाज खुद में समा चुका है। ऐसे में मुद्दा ये है कि इस जगह के आस-पास जाने की ऐसी क्या मजबूरी है कि लोग वहां अपनी जान की बाज़ी लगाकर भी घूमने के लिए पहुंच रहे हैं। फिर अगर जहाज को कुछ हो गया तो उनकी जान की कीमत क्या क्रूज के टिकट से भी कम है?
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ये कंपनी दे रही है मौका, मिलेगा पूरा पैसा वापिस?
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, Norwegian Prima के ऑर्गनाइज़र्स ने वेबसाइट पर लिखा है- कोई बात नहीं अगर Bermuda Triangle की यात्रा में कोई गायब होता है। यात्रा के दौरान ऐसा अगर हो भी जाता है तो आपके पैसे सौ फीसदी वापस किए जाएंगे’. आपको बता दें कि 5 दिन की इस यात्रा का खर्च £1,450 यानि भारतीय मुद्रा में करीब डेढ़ रुपये से भी ज्यादा रखा गया है। इस खर्च में लोगों को न्यूयॉर्क से बर्मूडा जाने और वापस लाने की यात्रा पूरी कराई जा रही है। अब चूंकि बरमूडा ट्राएंगल का नाम सुनते ही गायब हो जाने का खतरा मंडराने लगता है, ऐसे में ऑर्गनाइज़र्स पैसे वापस करने की भी बात कह रहे हैं।
जानिए क्या है बरमूडा ट्राएंगल
न्यूयॉर्क से बरमूडा तक का प्राचीन रहस्य हमेशा ही चर्चा का विषय रहा है। यात्रा कार्यक्रम में वार्ता और प्रश्नोत्तर भी होगी. यहां मौजूद गेस्ट स्पीकर्स में अमेरिका के रक्षा मंत्रालय में काम कर चुके निक पोप और लेखक निक रेडफर्न शामिल हैं। बर्मूडा ट्राएंगल के रहस्यमय क्षेत्र में एक सदी के अंदर 75 एयरप्लेन तक गुम हो चुके हैं। आपको बता दें कि अटलांटिक महासागर के 7 लाख वर्ग किलोमीटर के इलाके को बरमूडा ट्राएंगल कहा जाता है. इस पर तमाम रिसर्च हो चुकी हैं, लेकिन आज तक कोई इस चुम्बकीय आकर्षण की सही वजह नहीं बता पाया।
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