Rajasthan: कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर चुनावों के बाद तस्वीर पूरी तरह साफ हो जाएगी। सचिन पायलट के समर्थकों का दावा है कि सचिन को राजस्थान की कमान मिलने जा रही है। जबकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बदले हाव-भाव संकेत दे रहे है कि राजस्थान की सरकार में कोई भी बदलाव नहीं होने वाला। ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस आलाकमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थकों को माफी दे सकता है और ऐसे ही संकेत मिल रहे हैं।
25 सितंबर को दिया था नोटिस
गहलोत समर्थक मंत्री शांति धारीवाल को कांग्रेस आलाकमान ने 25 सितंबर को नोटिस जारी किया था। जिसमें यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने नोटिस का जवाब दिया। इसके बाद महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौर को भी नोटिस का जवाब देने की तैयारी कर रहे हैं। बता दें कि 27 सितंबर को कांग्रेस अनुशासन समिति ने विधायकों को 10 दिन के अंदर नोटिस का जवाब देने के लिए कहा था। लेकिन इसमें हैरानी वाली बात यह है कि महेश जोशी को ईमेल के जरिए 6 अक्टूबर को नोटिस मिला। इसके बाद अब तीनों नेताओं को 10 दिन के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया है।
10 दिन के भीतर नोटिस का जवाब
नेताओं को जवाब देने की सीमा भी समाप्त हो रही है। अब सूत्र कहते हैं कि वह 10 दिन के भीतर नोटिस का जवाब अनुशासन समिति को सौंप देंगे। दूसरी तरफ राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि कांग्रेस आलाकमान गहलोत समर्थकों पर सख्ती करने के पक्ष में नहीं है। इसकी वजह यह है कि मुख्यमंत्री गहलोत ने सोनिया गांधी से साफ तौर पर कह दिया है कि सख्ती करने पर सरकार गिर जाएगी। बता दें की बैठक से अलग विधायकों की बैठक बुलाने पर कांग्रेस आलाकमान ने अनुशासनात्मक को नोटिस जारी किया।
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