Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में जारी सियासी उठापटक के बीच बड़ी खबरें सामने आई है। शिवसेना ने आज राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का आयोजन किया है। इसके अलावा प्रदेश के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बागी विधायकों के नाम भी महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर को उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के लिए पत्र भेजे हैं। जानकारी के मुताबिक, शिवसेना द्वारा आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को प्रदेश के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करेंगे, जिसमें शिवसेना में चल रही उथल-पुथल को लेकर चर्चा की जाने की संभावना है. वहीं इसके अलावा आदित्य ठाकरे ने शिवसेना को एकजूट बनाए रखने के लिए मोर्चा संभाला रखा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, आज आदित्य ठाकरे ने भी पब्लिक मीटिंग बुलाई है। आदित्य ठाकरे आज शाम 6.30 बजे जनसभा को संबोधित करेंगे, जिसमें बड़ी संख्या में शिवसेना के कार्यकर्ता शामिल होने की बातें बताई जा रही है. आदित्य की ये पब्लिक मीटिंग बिरला मातोश्री सभागृह में होगी।
गौरतलब है कि शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे की बगावत के साथ ही महाराष्ट्र की राजनीति काफी गरमा गई है। एक ओर जहां शुक्रवार के दिन महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बीच बैठकों का दौर भी जारी रहा। वहीं एक बार फिर से शनिवार को बैठक का दौर जारी रहने वाला है। बता दें कि शिवसेना राष्ट्रीय कार्यकारिणी की यह बैठक आज दोपहर एक बजे शिवसेना भवन में होगी। एक ओर जहां महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे और एनसीपी के नेता शरद पवार के बीच शुक्रवार को बैठक हुई थी। दोनों नेताओं के बीच हुई बैठक के बाद से महाराष्ट्र में कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ऑल इज़ वेल की खबरें सामने आएंगी। हालांकि, सूत्रों की मानें तो आज फिर से सीएम उद्धव ठाकरे और शरद पवार के बीच अहम बैठक हो सकती है। बताते चलें कि शुक्रवार शाम को हुई बैठक के दौरान सीएम उद्धव ठाकरे और शरद पवार के अलावा जयंत पाटिल, अजित पवार, संजय राउत, आदित्य ठाकरे, मिलिंद नारवेकर भी इसमें शामिल हुए थे।
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बता दें, इससे पहले शुक्रवार को उद्धव ठाकरे ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से संख्या की समीक्षा के लिए बैठक की थी। क्योंकि, शुक्रवार को भी कई विधायक के बागी खेमे में शामिल होने की लगातार खबरें सामने आई थी। सूत्रों के मुताबिक, राकांपा के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि मामले को आगे खींचने से एमवीए सरकार को केवल फ्लोर टेस्ट के मामले में शर्मिंदगी उठानी पड़ सकती है। बहरहाल, एकनाथ शिंदे ने यू-टर्न लिया और विद्रोह में किसी “बड़ी राष्ट्रीय पार्टी” के शामिल होने से साफतौर पर इनकार किया है। शिंदे गुट को लेकर चल रहे तमाम खबरों के बीच एकनाथ शिंदे ने कहा कि जब मैंने कहा कि एक बड़ी शक्ति हमारा समर्थन कर रही है, तो मेरा मतलब बालासाहेब ठाकरे और आनंद दिघे की शक्ति से था, यह संख्या उनके पक्ष में है और विद्रोही खेमा जल्द ही राज्यपाल से मिलेंगे।
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