बिहार में भले ही अभी चुनावों की तारीखों का ऐलान ना हुआ हो लेकिन चुनावी शोर जोरों पर है। सभी पार्टियों ने विधानसभा चुनाव के लिए कमर कस ली है। नेताओं का पाला बदलने का सिलसिला भी जारी है। एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का खेल भी जमकर हो रहा है। सभी पार्टियां अपनी जीत पक्की करने के लिए गठबंधन का फॉर्मूला तैयार कर रहे हैं। आयोग ने भी कोरोना काल में चुनाव और उपचुनाव कराने को लेकर हाल ही में गाइडलाइंस जारी की थी। तभी यह तय हो गया था कि कोरोना और बाढ़ ग्रस्त बिहार में तय समय पर चुनाव होंगे। अब चुनाव आयोग ने साफ कर दिया है कि बिहार चुनाव 29 नवम्बर से पहले पूरा करना है । आयोग का बिहार चुनाव के साथ ही देश में 64 विधानसभा और 1 लोकसभा सीट के लिए उपचुनाव कराने का भी प्लान है। हालांकि, अभी चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि जल्द ही चुनाव आयोग की ओर से चुनाव की रूपरेखा जारी कर दी जाएगी।

बिहार चुनाव और उपचुनाव साथ-साथ

देश की एक लोकसभा और 64 विधानसभा सीटें खाली हैं। इन पर उपचुनाव को लेकर आज चुनाव आयोग की अहम बैठक हुई। बैठक में सभी प्रदेशों के चुनाव अधिकारियों की रिपोर्ट की समीक्षा की गई। रिपोर्ट में कई राज्यों ने कोरोना और बाढ़ के कारण उपचुनाव को आगे बढ़ाने की मांग की थी। सभी रिपोर्ट पर मंथन के बाद चुनाव आयोग ने फैसला लिया कि बिहार में विधानसभा चुनाव को 29 नवंबर 2020 से पहले कराया जाना है, साथ ही लोकसभा और विधानसभा की सीटों पर भी उपचुनाव एक साथ हो। चुनाव आयोग ने कहां कि, एक साथ चुनाव कराने से सुरक्षाबलों के मूवमेंट और लॉजिस्टिक को लेकर दिक्कत नहीं आएगी।

चुनाव की तारीखों का कब होगा ऐलान ?

सूत्रों के मुताबिक मिली जानकारी के अनुसार 15 सितंबर के आसपास बिहार विधानसभा चुनाव के कार्यक्रमों का ऐलान हो सकता है। मतदान तीन चरणों में हो सकते हैं और जो इलाके बाढ़ की चपेट में हैं वहां सबसे आखिर में मतदान कराने की योजना पर काम चल रहा है। साथ ही दीवाली से पहले चुनाव निपटाने पर भी जोर दिया जा रहा है। इसके लिए 15 नवम्बर से पहले विधान सभा चुनावी प्रक्रिया पूरी कर लेने की योजना है। उम्मीद है कि दशहरे और दीवाली के बीच के 20 दिनों के दौरान मतदान और मतगणना पूरी हो जाए ताकि दीवाली से पहले सारा काम निपट जाए।

‘बिहार मिशन’… कौन मारेगा बाजी ?

बिहार में चुनावी सरगर्मियां तेज है। सभी पार्टियां जनता को लुभाने में जुटी हुई है। एनडीए सरकार की उपलब्धियां बता रही है तो विपक्ष सरकार की नाकामियों को जनता के सामने रख रहा है। कांग्रेस और जेडीयू 7 सिंतबर को एक ही दिन वर्चुअल रैली के जरिए अपने-अपने मिशन का शंखनाद करेंगे। तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 सितंबर को दिल्ली से बिहार को 18 करोड़ की परियोजनाओं का सौगात देकर चुनावी बिगुल फूंकेंगे। दूसरी तरफ लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल की अगुवाई वाले महागठबंधन में आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सीटों का बंटवारा लगभग तय माना जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि आरजेडी, कांग्रेस, वाम दल, आरएलएसपी और वीआईपी कितने-कितने सीटों पर प्रत्याशी उतारेंगे इसपर लगभग सहमति बन चुकी है।

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